दमोह। अनंतनाग में पदस्थ BSF के जवान आकिल खान के शहीद होने के बाद दमोह में सियासी बयानबाजी शुरू हो गई है. सरकार ने अब तक शहीद सैनिक के परिजनों के लिए किसी तरह की आर्थिक मदद की घोषणा नही की है. जिससे मुस्लिम समाज नाराज है. लोगों का कहना है कि सीएम शिवराज सरकार ने सैनिक की शहादत पर एक भी शब्द नहीं बोला और ना ही परिवार की किसी भी तरह की कोई आर्थिक मदद की. दमोह से कांग्रेस विधायक अजय टंडन ने भी सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाया है. जिसके जवाब में भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि कांग्रेस शहादत पर भी राजनीति कर रही है. आरोपों को निराधार बताते हुए कांग्रेस पर ही राजनीति करने का आरोप लगाया है. (Politics on Damoh Martyr) (Aakil Khan Death in jammu kashmir)
सम्मान से पेट नहीं भरता: अमरनाथ की यात्रा में ड्यूटी कर रहे बीएसएफ के जवान आकिल खान की करंट लगने से हुई मौत के बाद उनको सुपर्द-ए-खाक कर दिया गया. मुस्लिम समाज ने सरकार के रवैये पर सवाल खड़े किए हैं. मुस्लिम समाज के अध्यक्ष आजम खान ने मध्यप्रदेश सरकार और उनके मंत्रियों पर सैनिक के परिजनों के साथ दोयम दर्जे के व्यहार करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा परिवार की आर्थिक हालत सबके सामने है, सम्मान से पेट नहीं भरता. उनकी आर्थिक मदद की जाए.
दोयम दर्जे का व्यहार कर रही सरकार: आजम खान ने कहा कि मरहूम आकिल खान देश का बेटा था, जिसने अपना फर्ज निभाते हुए देह त्यागी है, लेकिन बड़े अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि इस मामले में शहीद के परिजनों के प्रति मध्यप्रदेश शासन को अपनी जिम्मेदारी निभानी थी. आर्थिक मदद की बात तो दूर है, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का सांत्वना देने के लिए एक ट्वीट भी नहीं आया. प्रदेश सरकार इन लोगों के साथ दोयम दर्जे का व्यहार कर रही है.
विधायक ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र: मुस्लिम समाज की नाराजगी को देखते हुए दमोह के कांग्रेस विधायक अजय टंडन ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को पत्र लिखा है. जिसमें मृतक के परिजन को नौकरी एवं 1 करोड़ रुपए की सहायता राशि दिए जाने की मांग की है. कांग्रेस विधायक ने मीडिया के सामने आरोप लगाया कि सरकार को गरीबों और सैनिकों की कोई चिंता नहीं है. सरकार मदमस्त है, आकिल की मौत अमरनाथ यात्रियों की सेवा करते हुई है. इससे बड़ा हिंदू-मुस्लिम एकता का उदाहरण दूसरा देखने को नहीं मिलेगा. उसके बाद भी सरकार नींद में सोई हुई है. ऐसी मौकों पर भाजपा केवल अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकती है.
32 वर्ष का जवान आकिल खान बीएसएफ में अमरनाथ यात्रा में ड्यूटी के दौरान शहीद हो गया. शहीद की पत्नी और दो बच्चे हैं. जिनके जीवन यापन का कोई साधन नहीं है. सीएम शिवराज से अनुरोध है कि शहीद की आर्थिक सहायता की जाए. एमपी सरकार को गरीबों और शहीदों की कोई चिंता नहीं है. - अजय टंडन, कांग्रेस विधायक
राजनीति कर रही कांग्रेस: भाजपा के जिला अध्यक्ष प्रीतम सिंह लोधी ने कांग्रेस विधायक के बयान पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि सैनिकों की मौत पर जो लोग सवाल करते हैं उनकी इस देश में कितनी निष्ठा है यह पता चलता है. जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार सत्ता में आई है आतंकवादी हमले रुक गए हैं. पहले कभी गुजरात तो कभी मुंबई में हमले होते थे. शहीदों और सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल करना निंदनीय है. प्रीतम सिंह लोधी ने कांग्रेस विधायक को हिदायत देते हुए कहा कि अभी भी वक्त है सतर्क हो जाएं. अब देश के युवा जागरुक हो चुके हैं. यदि इस तरह की बयानबाजी करेंगे तो आप अपने आप को और कांग्रेस को भी गर्त में ले जा रहे हैं. (Aakil Khan Death in jammu kashmir) (Congress mla write a letter to cm shivraj)