दमोह। पथरिया में पिछले 15 घंटों से आवागमन पूरी तरह से ठप्प है, बेरखेड़ी से सटे गांव नौरू, मारा, इटवा, खिरिया, पिपरिया सहित कई गांव ऐसे हैं, जिनका दमोह मुख्यालय से संपर्क टूट गया है. पथरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती मरीजों के लिए आपातकालीन स्थिति में पथरिया-गढ़ाकोटा से होते हुए जिला अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है. ये हाल बरसात में हर साल होता है, लेकिन जन प्रतिनिधियों द्वारा अभी तक कोई ठोस प्रयास नहीं किया गया है, जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
नगर से महज 5 किमी दूर बेलखेड़ी गांव की सुनार नदी और खोजाखेड़ी के पास कोपरा नदी तेज धूप होने के बाद भी करीब 6 घंटे से उफान पर है. इसका कारण ये है कि सुनार नदी का पुल इतना नीचे है कि पानी कहीं भी गिरे, पानी पुल के ऊपर बहने लगता है. जिससे पथरिया-दमोह मार्ग बंद हो जाता है और आवागमन में रुकावट पैदा हो जाती है. लोगों को अपनी जान जोखिम में डालकर मजबूरी में रेलवे पुल पार कर आवागमन करना पड़ता है. आपात स्थिति जैसे किसी मरीज को पथरिया से दमोह रेफर करना पड़े तो उसको ले जाने के लिए कोई रास्ता नहीं है.
जनप्रतिनिधि नहीं दे रहे ध्यान
सरकार प्रदेश में दोबारा बदल गयी है, लेकिन पथरिया की हालत जस की तस बनी है. जनप्रतिनिधियों को सब कुछ मालूम होने के बाद भी इस पर ध्यान नहीं दिया जाता है, जबकि विधायक का मुख्य मार्ग यही है, उसके बाद भी इस ओर उनका ध्यान नहीं जाता. हर काम को ततपरता से करने वाली विधायक रामबाई इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही हैं.