दमोह। आज पूरा देश जहां एक ओर कोरोना से परेशान है, वहीं किसानों को खरीदी केंद्र पर भी परेशान होना पड़ रहा है. जिले के जबेरा ब्लॉक के खमरिया मानगढ़ खरीदी केंद्र पर किसानों से फसल खरीदने के दौरान वसूली करने का मामला सामने आया है. उन्हें अपनी उपज अधिक देनी पड़ रही है. अगर कोई किसान इसका विरोध करता है तो उसे अपने रिश्तेदार मंत्री की धौंस दिखाकर दबा दिया जाता है. इससे परेशान किसानों ने एक लिखित आवेदन तहसीलदार को सौंपकर कार्रवाई की मांग की है.
किसानों के साथ फसल खरीद में दबंगों की मनमानी
बता दें कि गांव खमरिया मानगढ़ में सरकार ने गेहूं उपार्जन केंद्र बनाया है. महिलाओं को आगे लाने के लिए राधिका स्वसहायता समूह से गेहूं खरीदी की जा रही है. इस बीच खरीद केंद्र का हाल कुछ और ही है. यहां पर महिलाएं तो मौजूद नहीं, लेकिन उनके परिवार के पुरुष सदस्य खरीदी प्रक्रिया संपन्न करवाते हैं. वे दबंगई दिखाते हुए किसानों को मंत्री की धौंस दिखाते हैं. जहां शासन के नियम में किसानों से बोरी सहित 50 किलो 200 ग्राम गेहूं लिया जाना है, वहीं यहां पर किसानों से 51 किलो 200 ग्राम गेहूं लिया जा रहा है. यदि कोई इसका विरोध करता है तो वे अपने रिश्तेदार और खाद्य आपूर्ति निगम अध्यक्ष दर्जा प्राप्त कैबेनिट मंत्री प्रद्युम्न सिंह की धौंस दिखाते हैं.
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किसानों ने पुलिस से की मनमानी की शिकायत
किसानों के गेहूं की उपज को पास करने के एवज में पैसे लेने का मामला सामने आया है. इसकी लिखित शिकायत किसानों ने तहसीलदार अरविंद यादव से की. सूचना मिलने पर उन्होंने गेहूं उपार्जन केंद्र का औचक निरीक्षण किया,जहां उन्हें फसल खरीद में गड़बड़ी दिखाई दी. जांच के लिए केंद्र पर गए तहसीलदार के साथ ऑपरेटर और उसके भाई ने दबंगई से बातचीत की. इस पर अरविंद यादव ने उन्हें कड़ी फटकार लगाई और चेतावनी दी कि भविष्य में इस प्रकार की कोई शिकायत किसान करते हैं, तो कार्रवाई की जाएगी.