दमोह। दमोह जिला अब तक कोरोना से पूरी तरह सुरक्षित है, जिसमें सबसे अहम योगदान पुलिस का है, प्रशासन ने जिले की सभी सीमाओं को पूरी तरह से सील किया हुआ है. ताकि कोई भी जिले में प्रवेश न कर सके. जिले की सभी सीमाओं पर पुलिस का सख्त पहरा बना हुआ है, जिससे दमोह जिला ग्रीन जोन में बना है.
दमोह जिले की सीमाएं पन्ना, छतरपुर, सागर, जबलपुर, नरसिंहपुर और कटनी जिले से जुड़ी हैं. इन सभी जिलों में से कई जिलों में कोरोना के मरीज मिले हैं. पड़ोसी जिलों में कोविड-19 के मरीज मिलने के बाद प्रशासन ने सख्ती बढ़ाते हुए, जिले की सभी सीमाओं को पूरी तरह से सील कर दिया. ताकि कोरोना जिले में दस्तक न दे पाए.
दमोह की सबसे ज्यादा सीमा जबलपुर जिले से लगती है, जहां कोरोना का संक्रमण तेजी से फैला है. ऐसे में दमोह कलेक्टर ने सबसे ज्यादा सख्ती जबलपुर जिले की सीमाओं पर बढ़ा रखी है. ताकि यहां से किसी की आवाजाही न हो सके. इसके अलावा पूरे जिले में सख्ती से लॉकडाउन का भी पालन करवाया जा रहा है.
दमोह जिला फिलहाल ग्रीन जोन जिलों में शामिल है. जहां के स्थानीय प्रशासन द्वारा की गई सख्ती और नागरिकों के द्वारा अपने जिले को बचाने के लिए लॉकडाउन में रहने की आदत के कारण ही यह ग्रीन तमगा हासिल हुआ है. हालांकि अभी और मुस्तैद रहने की आवश्यकता है. साथ ही 3 मई के बाद बनने वाली परिस्थिति को भी इसी तरह से पालन करने का चैलेंज भी दमोह के लोगों के सामने है.