दमोह। जिले के गैसाबाद थाना क्षेत्र अंर्तगत भैसा गांव में एक किसान की शनिवार सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई, जिसके बाद से ही आसपास के इलाके में सनसनी फैल गई है. मृतक के परिजनों ने सूदखोरों पर मारपीट कर जान से मारने का आरोप लगाया है. वहीं किसान के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है. उसमें कर्ज से परेशान होने का जिक्र है. साथ ही तीन सूदखोरों के नाम भी लिखे हैं. फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है.
हटा निवासी सूदखोरों पर आरोप है कि मृतक किसान को ट्रॉली के लेन-देन के मामले में उसे बंधक बनाकर मारपीट कर लहूलुहान कर दिया गया. वहीं किसान की बाइक छीनकर धमकी दी गई कि जब तक पैसा नहीं देगा, तब तक बाइक नहीं मिलेगी.
मिला सुसाइड नोट
किसान की मौत के बाद जब सुसाइड नोट मिला, तब जाके सभी सूदखोरों की असलियत का पर्दाफाश हुआ. सुसाइड नोट में लिखा है कि मैं अपनी मर्जी से नहीं मर रहा हूं. मैंने गोविंद मासाब और विनोद विलबार के पैसे दे दिए हैं. मेरी मौत का कारण विनोद विलबार, मलखन पटेल और गोविंद मासाब है. मुझे मलखन बड्डे से पैसे लेने है. वहीं सुसाइड नोट के साथ मोबाइल नंबर की पर्ची भी मिली है, जो हटा निवासी अमन खान का बताया जा रहा है.
मरीज के परिजन ने डॉक्टर पर लगाया मारपीट का आरोप
नोट के माध्यम से सूदखोरों द्वारा आए दिन गाली-गलौज और मारपीट की धमकी के अलावा मानसिक उत्पीड़न की दास्तां खुली. मृतक के चाचा गणेश दीक्षित ने बताया कि शनिवार रात करीब 11 बजे सोनू सिंह राजपूत गांव का ही युवक नीलेश के साथ घर पहुंचा. उसने बताया कि अंधियारा बगीचा स्थित एक दुकान पर सूदखोर अमन खान ने नीलेश के साथ बुरी तरह मारपीट कर उसे जख्मी कर दिया. नई बाइक को भी छीन कर अपने पास रख लिया. हमने जैसे-तैसे नीलेश को उनके चंगुल से छुड़ाया. इसके बाद नीलेश घर से खेत की ओर चला गया. इसके बाद सुबह 5 बजे जानकारी मिली कि मिथलेश पटेल के खेत पर नीलेश की लाश मिली है. इसके बाद परिजनों ने घटना की सूचना गैसाबाद थाना पुलिस को दी. मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी अरविंद सिंह ने मामले की जानकारी ली.