दमोह। जिले में जारी भीषण बारिश से नदी-नाले विकराल रूप ले चुके हैं. शुक्रवार को तेजगढ़ की उफनती गौरैया नदी में बहे डिप्टी रेंजर का शव दो दिन बाद बरामद किया गया है. डिप्टी रेंजर जान जोखिम में डालकर अपनी बाइक से गौरैया नदी का पुल पर कर रहे थे, इसी दौरान बाइक फिसलने से नदी में बह गए थे. जिसके बाद से ही सर्च ऑपरेशन जारी था.
गौरैया नदी पार करते वक्त बाइक सहित बहे डिप्टी रेंजर, दो दिन बाद मिली लाश
शुक्रवार को तेजगढ़ की उफनती गौरैया नदी में बहे डिप्टी रेंजर का शव दो दिन बाद बरामद किया गया है. डिप्टी रेंजर गौरैया नदी का पुल पार करते समय बाइक फिसलने से नदी में बह गए थे. जिसके बाद से ही सर्च ऑपरेशन जारी था.
डिप्टी रेंजर की दो दिन बाद मिली लाश
दमोह। जिले में जारी भीषण बारिश से नदी-नाले विकराल रूप ले चुके हैं. शुक्रवार को तेजगढ़ की उफनती गौरैया नदी में बहे डिप्टी रेंजर का शव दो दिन बाद बरामद किया गया है. डिप्टी रेंजर जान जोखिम में डालकर अपनी बाइक से गौरैया नदी का पुल पर कर रहे थे, इसी दौरान बाइक फिसलने से नदी में बह गए थे. जिसके बाद से ही सर्च ऑपरेशन जारी था.
Intro:उफनती गौरैया नदी से तीसरे दिन बरामद हुई डिप्टी रेंजर की लाश
जोखिम में जान डालकर पुल पार करते समय बाइक सहित नदी में बहे थे डिप्टी रेंजर
दमोह. जिले में जानलेवा साबित हो रही बरसात के बीच जिले के तेजगढ़ में उफनती गौरैया नदी से आखिरकार तीन दिनों की मेहनत के बाद वन विभाग के डिप्टी रेंजर पन्ना लाल की लाश बरामद कर ली गई है. शुक्रवार को जिंदगी जोखिम में डालकर पन्ना लाल अपनी बाइक से गौरैया नदी का पुल पर कर रहे थे की अचानक बाइक फिसली और पन्ना पाल बाइक समेत नदी में बह गए. शुक्रवार से ही सर्च आपरेशन जारी था.
Body:पुलिस वन विभाग और आपदा प्रबंधन की टीम के साथ स्थानीय गोताखोर तलाशी में जुटे थे. शनिवार की देर रात एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया तो रविवार को आखिरकार सफलता मिली और डिप्टी रेंजर पन्ना लाल का शव गौरैया नदी से बरामद हो गया है. इस आपरेशन में अभी तक डिप्टी रेंजर की बाइक नहीं मिली है. पन्ना लाल का शव मिलने के बाद इलाके में मातम पसरा हुआ है. वही इस हादसे के बाद एक बार फिर लोगों को ये सीख दे दी है की जिंदगी को जोखिम में डालना महंगा ही नहीं बल्कि जानलेवा साबित हो सकता है.
बाइट- कमलेश तिवारी थाना प्रभारी तेजगढ़ दमोह
Conclusion:डिप्टी रेंजर का शव मिलने के बाद एक परिवार ने अपने कमाऊ सदस्य को खो दिया. वही वन विभाग के रेंजर की लापरवाही भी इस मामले में जांच का विषय है. क्योंकि रेंजर के कहने पर ही डिप्टी रेंजर पानी की थाह लेने के लिए उनके बीच में पहुंचा था. ऐसे हालात में प्रशासनिक रूप से रेंजर पर क्या कार्रवाई होती है. यह तो वक्त के साथ ही पता चलेगा.
आशीष कुमार जैन
ईटीवी भारत दमोह
जोखिम में जान डालकर पुल पार करते समय बाइक सहित नदी में बहे थे डिप्टी रेंजर
दमोह. जिले में जानलेवा साबित हो रही बरसात के बीच जिले के तेजगढ़ में उफनती गौरैया नदी से आखिरकार तीन दिनों की मेहनत के बाद वन विभाग के डिप्टी रेंजर पन्ना लाल की लाश बरामद कर ली गई है. शुक्रवार को जिंदगी जोखिम में डालकर पन्ना लाल अपनी बाइक से गौरैया नदी का पुल पर कर रहे थे की अचानक बाइक फिसली और पन्ना पाल बाइक समेत नदी में बह गए. शुक्रवार से ही सर्च आपरेशन जारी था.
Body:पुलिस वन विभाग और आपदा प्रबंधन की टीम के साथ स्थानीय गोताखोर तलाशी में जुटे थे. शनिवार की देर रात एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया तो रविवार को आखिरकार सफलता मिली और डिप्टी रेंजर पन्ना लाल का शव गौरैया नदी से बरामद हो गया है. इस आपरेशन में अभी तक डिप्टी रेंजर की बाइक नहीं मिली है. पन्ना लाल का शव मिलने के बाद इलाके में मातम पसरा हुआ है. वही इस हादसे के बाद एक बार फिर लोगों को ये सीख दे दी है की जिंदगी को जोखिम में डालना महंगा ही नहीं बल्कि जानलेवा साबित हो सकता है.
बाइट- कमलेश तिवारी थाना प्रभारी तेजगढ़ दमोह
Conclusion:डिप्टी रेंजर का शव मिलने के बाद एक परिवार ने अपने कमाऊ सदस्य को खो दिया. वही वन विभाग के रेंजर की लापरवाही भी इस मामले में जांच का विषय है. क्योंकि रेंजर के कहने पर ही डिप्टी रेंजर पानी की थाह लेने के लिए उनके बीच में पहुंचा था. ऐसे हालात में प्रशासनिक रूप से रेंजर पर क्या कार्रवाई होती है. यह तो वक्त के साथ ही पता चलेगा.
आशीष कुमार जैन
ईटीवी भारत दमोह