दमोह। लोकसभा चुनाव से पहले राजनैतिक माहौल गरमाया हुआ है. दमोह संसदीय क्षेत्र से बीजेपी के युवा नेता अभिषेक भार्गव को कांग्रेस के टिकट मिलने की अटकलों के बीच चर्चाओं का बाजार गर्म रहा. अफवाहों पर ब्रेक लगाने के लिए अभिषेक दीपू भार्गव को खुद सामने आना पड़ा. उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर इन चर्चाओं पर विराम लगाया.
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के बेटे अभिषेक दीपू भार्गव के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें जोरों पर थी. रविवार सुबह से ही सोशल मीडिया पर अभिषेक भार्गव के कई समर्थकों द्वारा पोस्ट डालकर ये पूछा जा रहा था कि क्या दीपू भार्गव लोकसभा दमोह के प्रत्याशी होंगे. तेजी से सोशल मीडिया में वायरल हो रही इस अफवाह के बाद दीपू भार्गव ने खुद अपनी फेसबुक आईडी पर वीडियो डालकर इन सभी अटकलों पर विराम लगा दिया.
दीपू के कांग्रेस से चुनाव लड़ने की बात का खंडन करने के बाद कांग्रेस के दावेदारों ने राहत की सांस ली है, जो इस बार कांग्रेस की टिकट पर दमोह संसदीय क्षेत्र से चुनाव के मैदान में उतरने के लिए उतावले हैं. उन्होंने कहा कि वे कल भी भाजपा के साथ थे, वे आज भी भाजपा के साथ हैं, और कल भी भाजपा के साथ रहेंगे. अवसरवाद उनके खून में नहीं है.
दीपू भार्गव ने कहा कि उनके पिता एवं उन्होंने स्वयं कभी अवसरवाद की राजनीति नहीं की. चुनाव का वक्त है ऐसे वक्त में इस तरह की चर्चाएं चलती रहती हैं. लेकिन वह इन पूरी चर्चाओं का खंडन करते हैं. दमोह संसदीय सीट के लिए भाजपा ने एक बार फिर वर्तमान सांसद प्रहलाद पटेल को अपना उम्मीदवार बनाया है.