छिंदवाड़ा। जिले में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. जिसके मद्देनजर छिंदवाड़ा के कोविड टेस्टिंग सेंटर में रोजाना कोरोना के 700 लोगों की कोरोना जांच की जा रही है. छिंदवाड़ा के कोविड टेस्टिंग सेंटर में सिवनी जिले के कोरोना संदिग्धों की भी आरटी-पीसीआर जांच की जाती है. कोरोना संक्रमण के मामले ज्यादा आने से जिले में 12 फीवर क्लीनिक संचालित किए गए हैं.
- छिंदवाड़ा में कोरोना टेस्ट का हाल
छिंदवाड़ा जिले के कोरोना संदिग्धों की जांच छिंदवाड़ा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल कॉलेज में बने कोविड टेस्टिंग सेंटर में की जाती है. जहां लैब में छिंदवाड़ा जिले और सिवनी जिले के सैंपल टेस्ट के लिए आते हैं. यहां रोजाना लगभग 500 RT-PCR छिंदवाड़ा जिले की टेस्टिंग होती है और 200 RT-PCR टेस्टिंग सिवनी जिले की.
104 साल के बुजुर्ग ने दी कोरोना को मात, सीएम ने दी शुभकामनाएं
- कोरोना जांच में लग रहा समय
छिंदवाड़ा के कोरोना नोडल अधिकारी गजेंद्र सिंह नागेश ने बताया कि यहां 2 प्रकार की टेस्ट हो रहे हैं, रैपिड एंटीजन टेस्ट और आरटी-पीसीआर टेस्ट. उन्होंने बताया कि यह टेस्ट जिला अस्पताल और अन्य कलेक्शन सेंटरों में होते हैं, इसके बाद सैंपलों को जांच के लिए छिंदवाड़ा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल कॉलेज भेज दिया जाता है. वहीं, रैपिड एंटीजन टेस्ट के नतीजे 5-10 मिनट में आ जाते है तो आरटी-पीसीआर की रिपोर्ट 24 घंटों के अंदर आती है.
- ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण अधिक प्रभावी
नोडल अधिकारी ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण ने अपने पैर पसार लिए हैं. ग्रामीण इलाकों में संक्रमित मरीजों की संख्या काफी तेजी से बढ़ रही है. हालांकि प्रशासन ने गांव-गांव में क्वारंटाइन सेंटर भी बनाए हैं. उन्होंने बताया कि छिंदवाड़ा जिले में अब तक 371 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं, साथ ही होम आइसोलेशन में रह रहे मरीज का मोबाइल नंबर, पता और आधार कार्ड नंबर नोट कर उन पर नजर रखी जा रही है.