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नेटवर्क ने नाक में किया दम, बिना राशन कैसे मनेगी दिवाली

छिंदवाड़ा जिले में इंटरनेट नेटवर्क नहीं मिलने के चलते ग्रामीणों को सरकारी राशन नहीं मिल पा रहा है. लगातार नेटवर्क की समस्या की वजह से लगभग 90 फीसदी ग्रामीण इस परेशानी से जूझ रहे हैं.

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Published : Nov 6, 2020, 8:56 PM IST

Updated : Nov 6, 2020, 10:33 PM IST

internet network issue
इंटरनेट नेटवर्क की समस्या

छिंदवाड़ा। मोहखेड़ विकासखंड अंतर्गत ग्वारा गांव में नेटवर्क की सुविधा नहीं मिलने से इंटरनेट काम नहीं कर रहा है और ग्रामीणों को सरकारी राशन नहीं मिल पा रहा है. नेटवर्क की समस्या को लेकर दुकान संचालक ने गांव से करीब एक किलोमीटर दूर पहाड़ पर जाकर भी नेटवर्क सर्च करने की कोशिश की, लेकिन वहां पर भी कुछ नहीं हुआ. अब हालात ये हैं कि गांव के 90 फीसदी ग्रामीण राशन के लिए परेशान हो रहे हैं.

सर्वर डाउन के बाद अब नेटवर्क की समस्या

ग्रामीणों ने बताया कि, पहले ही पीडीएस के माध्यम से राशन के लिए सर्वर की समस्या होती थी, लेकिन अब नेटवर्क नहीं मिलने से दुकान में राशन होने के बाद भी उन्हें राशन नहीं मिल रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि, जब गांव में इंटरनेट नेटवर्क की समस्या उत्पन्न हुई, तो दुकान संचालक ने पहाड़ पर मशीन ले जाकर गरीबों को राशन बांटने की कोशिश की, लेकिन वहां पर भी नेटवर्क नहीं मिल पाया. ऊपर से कई बार बुजुर्ग ग्रामीणों के फिंगरप्रिंट पीओएस मशीन में नहीं मिल पाते हैं, जिसकी वजह से ग्रामीणों को राशन के लिए भटकना पड़ता है.

इंटरनेट की समस्या

पढ़े: मुरैनाः ग्रामीणों को महीनों से नहीं मिला राशन, जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान

राशन नहीं मिलने से ग्रामीणों की दिवाली हो सकती है सूनी

दरअसल, पीडीएस योजना के तहत गरीब परिवारों को एक रुपए किलो गेहूं और चावल दिया जाता है. अगर समय से ग्रामीणों को राशन नहीं मिल पाया, तो उनकी इस बार दिवाली सूनी हो जायेगी, क्योंकि दिवाली पर्व के लिए महज 1 सप्ताह ही बाकी है. जहां अभी तक गरीबों को राशन मिलने में दिक्कत आ रही है.

पीओएस मशीन के जरिए ऑनलाइन वितरित किया जाता है राशन

ग्रामीणों को पीओएस मशीन के जरिए पीडीएस योजना के तहत राशन दिया जाता है, जिसमें इंटरनेट कनेक्शन की जरूरत होती है. इस दौरान जिसके नाम से राशन कार्ड होता है, उसके अंगूठे का निशान लगाया जाता है. पहले यही प्रक्रिया ऑफलाइन हुआ करती थी, लेकिन अब ऑनलाइन होने के बाद कई गांव में नेटवर्क की समस्या उत्पन्न हो रही है.

छिंदवाड़ा। मोहखेड़ विकासखंड अंतर्गत ग्वारा गांव में नेटवर्क की सुविधा नहीं मिलने से इंटरनेट काम नहीं कर रहा है और ग्रामीणों को सरकारी राशन नहीं मिल पा रहा है. नेटवर्क की समस्या को लेकर दुकान संचालक ने गांव से करीब एक किलोमीटर दूर पहाड़ पर जाकर भी नेटवर्क सर्च करने की कोशिश की, लेकिन वहां पर भी कुछ नहीं हुआ. अब हालात ये हैं कि गांव के 90 फीसदी ग्रामीण राशन के लिए परेशान हो रहे हैं.

सर्वर डाउन के बाद अब नेटवर्क की समस्या

ग्रामीणों ने बताया कि, पहले ही पीडीएस के माध्यम से राशन के लिए सर्वर की समस्या होती थी, लेकिन अब नेटवर्क नहीं मिलने से दुकान में राशन होने के बाद भी उन्हें राशन नहीं मिल रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि, जब गांव में इंटरनेट नेटवर्क की समस्या उत्पन्न हुई, तो दुकान संचालक ने पहाड़ पर मशीन ले जाकर गरीबों को राशन बांटने की कोशिश की, लेकिन वहां पर भी नेटवर्क नहीं मिल पाया. ऊपर से कई बार बुजुर्ग ग्रामीणों के फिंगरप्रिंट पीओएस मशीन में नहीं मिल पाते हैं, जिसकी वजह से ग्रामीणों को राशन के लिए भटकना पड़ता है.

इंटरनेट की समस्या

पढ़े: मुरैनाः ग्रामीणों को महीनों से नहीं मिला राशन, जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान

राशन नहीं मिलने से ग्रामीणों की दिवाली हो सकती है सूनी

दरअसल, पीडीएस योजना के तहत गरीब परिवारों को एक रुपए किलो गेहूं और चावल दिया जाता है. अगर समय से ग्रामीणों को राशन नहीं मिल पाया, तो उनकी इस बार दिवाली सूनी हो जायेगी, क्योंकि दिवाली पर्व के लिए महज 1 सप्ताह ही बाकी है. जहां अभी तक गरीबों को राशन मिलने में दिक्कत आ रही है.

पीओएस मशीन के जरिए ऑनलाइन वितरित किया जाता है राशन

ग्रामीणों को पीओएस मशीन के जरिए पीडीएस योजना के तहत राशन दिया जाता है, जिसमें इंटरनेट कनेक्शन की जरूरत होती है. इस दौरान जिसके नाम से राशन कार्ड होता है, उसके अंगूठे का निशान लगाया जाता है. पहले यही प्रक्रिया ऑफलाइन हुआ करती थी, लेकिन अब ऑनलाइन होने के बाद कई गांव में नेटवर्क की समस्या उत्पन्न हो रही है.

Last Updated : Nov 6, 2020, 10:33 PM IST
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