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छात्र-छात्राओं को मिल रहीं देश भक्ति की आधी-अधूरी शिक्षा - देशभक्ति जनसेवा सैनिक

छिंदवाड़ा के सौसर तहसील में उत्कृष्ट विद्यालय में किसी भी महाविद्यालय में एनसीसी नहीं होने के कारण बच्चों को हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी के बाद में मिलने वाली एनसीसी की ट्रेनिंग नहीं मिल पा रही है, जिससे उन्हें देशभक्ति जनसेवा सैनिक बनने की शिक्षा भी अधूरी मिल रही है.

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छात्र छात्राओं को मिल रहीं देश भक्ति की आधी-अधूरी शिक्षा
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Published : Dec 8, 2019, 4:37 PM IST

छिंदवाड़ा। छात्र-छात्राओं के दिलों में देशभक्ति और देश प्रेम और फौजी बनने का जज्बा जगाने के लिए सरकार की ओर से स्कूलों और महाविद्यलयों में एनसीसी की स्थापना की गई है. छात्र-छात्राओं में देशभक्ति और फौजी पुलिस आर्मी में जाने का जज्बा तो दिल में है, लेकिन सरकार की ओर से पूरी सुविधाएं नहीं मिलने के कारण यह जज्बा पूरा नहीं हो पा रहा है.

सौसर के उत्कृष्ट विद्यालय में मंगलवार और बुधवार को सुबह 6 बजे से लेकर 10 बजे तक सतत एनसीसी के 100 छात्र छात्राओं के द्वारा परेड सलामी,व्यायाम, राइफल की जानकारी तथा विपरीत परिस्थिति में ग्रामीणों की मदद करने, देशभक्ति और फौजी पुलिस सैनिक बनने की ट्रेनिंग दी जा रही है, लेकिन सौसर तहसील के किसी भी महाविद्यालय में एनसीसी नहीं होने के कारण बच्चों को हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी के बाद में मिलने वाली एनसीसी की ट्रेनिंग नहीं मिल पा रही है.

छात्र छात्राओं को मिल रहीं देश भक्ति की आधी-अधूरी शिक्षा

सौसर के किसी भी महाविद्यालय में नहीं है एनसीसी
2 साल की प्राइमरी ट्रेनिंग करने के बाद छात्र छात्राओं को बी और सी सर्टिफिकेट के लिए महाविद्यालय में एनसीसी करना अनिवार्य होता है, लेकिन सौसर क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 7 महाविद्यालयों में ये सुविधा उपलब्ध नहीं है, जिसमें दो शासकीय महाविद्यालय भी है.

दोनों महाविद्यालय में एनसीसी नहीं है
छात्र छात्राओं के द्वारा पिछले 10 वर्षों से दोनों महाविद्यालय में शासन में बैठे जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों से एनसीसी खोलने की मांग की जा रही है, बावजूद इसके प्रशासन और अधिकारियों के द्वारा किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.

छिंदवाड़ा। छात्र-छात्राओं के दिलों में देशभक्ति और देश प्रेम और फौजी बनने का जज्बा जगाने के लिए सरकार की ओर से स्कूलों और महाविद्यलयों में एनसीसी की स्थापना की गई है. छात्र-छात्राओं में देशभक्ति और फौजी पुलिस आर्मी में जाने का जज्बा तो दिल में है, लेकिन सरकार की ओर से पूरी सुविधाएं नहीं मिलने के कारण यह जज्बा पूरा नहीं हो पा रहा है.

सौसर के उत्कृष्ट विद्यालय में मंगलवार और बुधवार को सुबह 6 बजे से लेकर 10 बजे तक सतत एनसीसी के 100 छात्र छात्राओं के द्वारा परेड सलामी,व्यायाम, राइफल की जानकारी तथा विपरीत परिस्थिति में ग्रामीणों की मदद करने, देशभक्ति और फौजी पुलिस सैनिक बनने की ट्रेनिंग दी जा रही है, लेकिन सौसर तहसील के किसी भी महाविद्यालय में एनसीसी नहीं होने के कारण बच्चों को हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी के बाद में मिलने वाली एनसीसी की ट्रेनिंग नहीं मिल पा रही है.

छात्र छात्राओं को मिल रहीं देश भक्ति की आधी-अधूरी शिक्षा

सौसर के किसी भी महाविद्यालय में नहीं है एनसीसी
2 साल की प्राइमरी ट्रेनिंग करने के बाद छात्र छात्राओं को बी और सी सर्टिफिकेट के लिए महाविद्यालय में एनसीसी करना अनिवार्य होता है, लेकिन सौसर क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 7 महाविद्यालयों में ये सुविधा उपलब्ध नहीं है, जिसमें दो शासकीय महाविद्यालय भी है.

दोनों महाविद्यालय में एनसीसी नहीं है
छात्र छात्राओं के द्वारा पिछले 10 वर्षों से दोनों महाविद्यालय में शासन में बैठे जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों से एनसीसी खोलने की मांग की जा रही है, बावजूद इसके प्रशासन और अधिकारियों के द्वारा किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.

Intro:जज्बा है देशभक्ति और फौजी बनने का, पर नहीं है सुविधाये....

सालों से कर रहे हैं महाविद्यालय में एनसीसी शुरू करने की माग....

छात्र छात्राओं को देशभक्ति, जनसेवा, की मिल रही आधी अधूरी शिक्षा....


सौसर-- छात्र-छात्राओं के दिलों में देशभक्ति और देश प्रेम ओर फौजी बनने का जज्बा जगाने के लिए सरकार की ओर से स्कूलों महाविद्यलयो में एनसीसी की स्थापना की गई है, छात्र-छात्राओं में देशभक्ति और फौजी पुलिस आर्मी में जाने का जज्बा तो दिल में है, परंतु सरकार की ओर से पूरी सुविधाएं नहीं मिलने के कारण यह जज्बा पूरा नहीं हो पा रहा है,
एनसीसी के माध्यम से बच्चों को शारीरिक व्यायाम आपातकालीन परिस्थितियों में किस प्रकार से लोगो और देश की सेवा करें, फौजी पुलिस बनने, आदि की ट्रेनिंग दी जाती है,
Body:वर्तमान में सन् 1974 से 100 छात्र छात्राओं को उत्कृष्ट विद्यालय मे।यह ट्रेनिंग दी जा रही है, परंतु यहां पर बच्चों को सिर्फ प्राथमिक ए सर्टिफिकेट की ट्रेनिंग दी जा रही है, बाकी की उच्च ट्रेनिंग महाविद्यालय में होती है,
यहां के बाद महाविद्यालय में भी एनसीसी के छात्र-छात्राओं की बी और सी सर्टिफिकेट के लिए एनसीसी में ट्रेनिंग लेनी पड़ती है,परंतु सौसर तहसील के किसी भी महाविद्यालय में एनसीसी नहीं होने के कारण बच्चों को हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी के बाद में मिलने वाली एनसीसी की ट्रेनिंग नहीं मिल पा रही है,
वर्तमान में सौसर के उत्कृष्ट विद्यालय में मंगलवार और बुधवार को सुबह 6 बजे से लेकर 10 बजे तक सतत एनसीसी के 100 छात्र छात्राओं के द्वारा परेड सलामी,व्यायाम, राइफल की जानकारी तथा विपरीत परिस्थिति में ग्रामीणों की कैसी मदद करने, देशभक्ति और फौजी पुलिस सैनिक बनने की ट्रेनिंग दी जा रही है,
Conclusion:सौसर के किसी भी महाविद्यालय में नहीं है एनसीसी की सुविधा....
2 साल की प्रायमरी ट्रेनिंग करने के बाद में छात्र छात्राओं को बी और सी सर्टिफिकेट के लिए महाविद्यालय में एनसीसी करना अनिवार्य होता है, पर सौसर क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 7 महाविद्यालयों में यह सुविधा उपलब्ध नहीं है, जिसमे दो शासकीय महाविद्यालय भी है,
परंतु दोनों महाविद्यालय में एनसीसी नहीं है,
छात्र छात्राओं के द्वारा पिछले 10 वर्षों से दोनों महाविद्यालय में शासन में बैठे जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों से एनसीसी खोलने की मांग की जा रही है, बावजूद इसके प्रशासन और अधिकारियों के द्वारा किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है,
बीते दिनों महाविद्यालय में एनसीसी खोलने को लेकर शासन प्रशासन को छात्र छात्राओं के द्वारा ज्ञापन भी सौंपा गया था,
महाविद्यालयों में एनसीसी नहीं होने के कारण बच्चों को सरकारी नौकरी, पुलिस, फौजी बनने के लिए जो एनसीसी के 10 नंबर मिलते हैं, उनका सीधा नुकसान हो रहा है, बी और सी सर्टिफिकेट से एनसीसी के बच्चे वंचित हो रहे हैं, और देशभक्ति जनसेवा सैनिक बनने की शिक्षा भी अधूरी मिल रही है,


बाइट है
1एनसीसी ऑफिसर जेडी मर्सकोले
2 एनसीसी कमाडर अमन तिवारी
3एनसीसी छात्र रोहित पोतराजे
4 एनसीसी छात्रा विधि मानकर





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