छिंदवाड़ा। दंगल गर्ल शिवानी पवार ने वर्ल्ड वूमेन कुश्ती चैंपियनशिप (World Womens Wrestling Championship) के 50 किलो वर्ग के फाइनल मुकाबले में रजत पदक जीता है. वहीं फाइनल मुकाबले में अमेरिका की पहलवान से हार गईं. छिंदवाड़ा के उमरेठ तहसील के किसान नंदलाल पवार की तीन बेटियां हैं और एक बेटा. तीनों बहनों को बचपन से ही कुश्ती का शौक था. शिवानी पवार विश्व कुश्ती सीनियर चैंपियनशिप में जगह बनाने वाली मध्य प्रदेश की पहली महिला पहलवान बन गई है. हालांकि छिंदवाड़ा की यह दंगल गर्ल SSB में नौकरी करने के साथ दिल्ली में ट्रेनिंग कर रही है.
छत्तीसगढ़ की राज्यपाल ने दी बधाई
शिवानी पवार के रजत मेडल (Silver Medal) जीतने के बाद छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने शिवानी पवार को बधाई दीं हैं. उन्होंने कहा कि शिवानी ने देश, प्रदेश, जिला और गांव का नाम रोशन किया है. उन्होंने कहा कि शिवानी आगे और आगे बढ़े, और भविष्य में देश के लिए गोल्ड मेडल जीते.
बड़ी बहन ने बताई बचपन की यादें
शिवानी पवार की बड़ी बहन भारती ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बचपन की यादों के बारे में बताया. उन्होंने बताया कि जब वह तीनों बचपन से कुश्ती खेल रही हैं. उस वक्त गांव में कुश्ती के लिए कोई स्थान नहीं था. ऐसे में वह धान के भूसे, मिट्टी और कभी बिस्तर पर कुश्ती करतीं थीं. बड़ी बहन की शादी हो चुकी है, पर दोनों छोटी बहनें शिवनी और रितिका दिल्ली में ट्रेनिंग कर रही हैं.
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बेटियों ने बढ़ाया मान
ईटीवी भारत से शिवानी पवार की मां पुष्पा पवार ने बताया कि जब तीनों बच्चियां कुश्ती खेलती थीं, उस समय समाज में अलग-अलग प्रकार की बातें होती थीं. लोग कहते थे कि लड़की होकर आप बच्ची को कुश्ती खिला रहे हो. कई बार यही स्थिति होती थी कि जब वह बाहर कुश्ती खेलने जाती थीं, तो उन्हें लड़कों के साथ भी कुश्ती खेलनी पड़ती थी. तब समाज में तरह-तरह की बातें होती थीं. उन्होंने कहा कि उस दौर में जो लो ताने मारते थे, आज वह उनसे मिलने का इंतजार करते हैं. शिवानी के रजत पदक जितने पर मां पुष्पा पवार ने खुशी जताई.