ETV Bharat / state

ट्रेड यूनियन की हड़ताल का छिंदवाड़ा में भी दिखा असर, डाक विभाग और BSNL ने की संयुक्त हड़ताल - छिंदवाड़ा न्यूज

छिंदवाड़ा में भी ट्रेड यूनियन की हड़ताल का असर देखने को मिला. शहर के डाक विभाग कर्मचारी और बीएसएनएल विभाग के कर्मचारियों ने मिलकर केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ एक दिन की हड़ताल की.

Strike in Chhindwara
छिंदवाड़ा में हड़ताल
author img

By

Published : Jan 8, 2020, 9:33 PM IST

छिंदवाड़ा। ट्रेड यूनियन की हड़ताल का असर छिंदवाड़ा में भी दिखा. शहर के डाक विभाग कर्मचारी और बीएसएनएल विभाग के कर्मचारियों ने मिलकर केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ एक दिन की हड़ताल की.

यहां मानसरोवर बस स्टैंड के पास पंडाल लगाकर बीएसएनएल और डाक विभाग के कर्मचारियों ने केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ एक दिवसीय हड़ताल की.

डाक कर्मचारियों ने की हड़ताल

हड़ताल में कर्मचारियों ने बताया कि केंद्र सरकार की नीतियां, श्रम सुधार, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश और निजीकरण के खिलाफ राष्ट्रव्यापी हड़ताल थी. कर्मचारियों का कहना है कि उपकरण की कंपनियों को केंद्र सरकार निजी हाथों में सौंप रही है, जिसके चलते कर्मचारियों का भविष्य संकट में है.

छिंदवाड़ा। ट्रेड यूनियन की हड़ताल का असर छिंदवाड़ा में भी दिखा. शहर के डाक विभाग कर्मचारी और बीएसएनएल विभाग के कर्मचारियों ने मिलकर केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ एक दिन की हड़ताल की.

यहां मानसरोवर बस स्टैंड के पास पंडाल लगाकर बीएसएनएल और डाक विभाग के कर्मचारियों ने केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ एक दिवसीय हड़ताल की.

डाक कर्मचारियों ने की हड़ताल

हड़ताल में कर्मचारियों ने बताया कि केंद्र सरकार की नीतियां, श्रम सुधार, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश और निजीकरण के खिलाफ राष्ट्रव्यापी हड़ताल थी. कर्मचारियों का कहना है कि उपकरण की कंपनियों को केंद्र सरकार निजी हाथों में सौंप रही है, जिसके चलते कर्मचारियों का भविष्य संकट में है.

Intro:छिंदवाड़ा - ट्रेड यूनियन की हड़ताल का असर छिंदवाड़ा में भी दिखा डाक विभाग कर्मचारी और बीएसएनएल विभाग कर्मचारी ने मिलकर केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ संयुक्त एक दिन की हड़ताल की


Body: छिंदवाड़ा में ट्रेड यूनियन हड़ताल का असर छिंदवाड़ा के मानसरोवर बस स्टैंड के पास पंडाल लगाकर बीएसएनएल कर्मचारी और डाक विभाग कर्मचारी केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ एक दिवसीय हड़ताल पर बैठे, उनकी मांग थी कि केंद्र सरकार की नीतियां श्रम सुधार ,प्रत्यक्ष विदेशी निवेश और निजीकरण के खिलाफ राष्ट्रव्यापी हड़ताल थी, कर्मचारियों का कहना है कि उपकरण की कंपनियों को केंद्र सरकार निजी हाथों में सौंप रही है जिसके चलते कर्मचारियों का भविष्य संकट में है


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.