बैतूल। छिंदवाड़ा जिले के दमुआ से सारणी डब्ल्यूसीएल खदान के मजदूर का 7 गाड़ियों से जिला कलक्ट्रेट पहुंचने का मामला सामने आया है. मजदूरों के पहुंचने से सीमा पर चौकसी की पोल खुल गई. एसडीएम और एडिशनल एसपी ने मजदूरों को फटकार लगाते उन्हें वापस रवाना कर किया.
7 गाड़ियों से जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे मजदूर
छिंदवाड़ा के दमुआ ब्लॉक से 7 गाड़ियों में सवार होकर 35 कोलकर्मी आवेदन लेकर कलक्ट्रेट पहुंचे थे. निरीक्षण के लिए निकले एसडीएम सीएल चनाप एक साथ इतनी गाड़ियों को देखकर आग बबूला हो गए. एसडीएम चनाप और एडिशनल एसपी कोरोना काल में इतनी संख्या में आने पर मजदूरों को जमकर फटकार लगाई.
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सीमा चौकसी की खुली पोल
मामले को लेकर कोलकर्मियो का कहना है दमुआ से बिना रोक टोक काम करने बैतूल जिले की सारणी खदान में काम करने आते जाते रहे लेकिन हमें किसी ने नहीं रोका. आज हम सुबह जब बैतूल जिले की सीमा पर पहुंचे तो सुरक्षा कर्मियों ने आने जाने के लिए कलेक्टर से परमिशन लेकर आने की बात कही. हम सभी कोलकर्मी आज जिला कलक्ट्रेट में अनुमति के लिए आये थे. एडिशनल एसपी श्रद्धा जोशी ने बताया कि यह सभी कोलकर्मी है और रोज सारणी मजदूरी करने आते है.इन्हें मना किया तो यह बैतूल कलक्ट्रेट पहुंच गए थे हमने सभी कोलकर्मियों को समझाइश देकर दोबारा नहीं आने की सख्त हिदायत दी है.