छिंदवाड़ा। कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते सौंसर में विश्व प्रसिद्ध जामसावली मंदिर कई महिनों से बंद है. जिसके चलते मंदिर के बाहर पूजा पाठ साम्रगी की दुकान लगाने वाले दुकानदार आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं. सात महीने से दुकान बंद होने के चलते उनके आगे परिवार की भरण पोषण की समस्या खड़ी हो गई है.
दुकानदारों का कहना है कि, कई सालों से वहां दुकान लग रहे हैं, मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते थे, लेकिन कोरोना वायरस के चलते मंदिर बंद है. जिसके कारण उन्हें अपने परिवार को पालने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. अधिकांश श्रद्धालु महाराष्ट्र के नागपुर से आते थे. नागपुर में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या काफी अधिक है, जामसावली मंदिर 31 अक्टूबर तक बंद रहेगा.
जहां पहले मंदिर के बाहर हजारों भक्तों का तांता लगा रहता था, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते हजारों की तादाद में आने वाले श्रद्धालु मंदिर नहीं आ रहे हैं. श्रद्धालुओं पर आश्रित छोटे व्यापारी जो नारियल और पूजा सामग्री की दुकान लगाते थे. वो आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं. अधिकांश लोगों ने अपनी दुकानों को तो कई महीने से खोला तक नहीं, वहीं कुछ लोग दूसरा व्यापार करने को मजबूर है. कोरोना संक्रमण के चलते देशभर में सभी जगह सार्वजनिक स्थान और मंदिर बंद कर दिए गए, जिसके चलते छोटे व्यापारी जो मंदिर प्रांगण में पूजा पाठ की दुकान लगाते है, उनका काम भी बंद हो गया.