छिंदवाड़ा। वक्त के साथ क्या कुछ नहीं बदल रहा है, रिश्ते-नाते और उनके मायने भी बदलते जा रहे हैं, खासकर तकनीकी युग में सबकुछ जैसे बनावटी होता जा रहा है, युवा पीढ़ी का ज्यादातर समय मोबाइल और इंटरनेट पर ही बर्बाद हो रहा है. मोबाइल-इंटरनेट नहीं होने पर युवा अवसाद के शिकार भी हो रहे हैं. छिंदवाड़ा की ऐसी ही एक नाबालिग लड़की अपने पिता से मोबाइल दिलाने की जिद की, पिता ने इस बात को लेकर नाबालिग बेटी को फटकार लगा दी, बस इतनी सी बात बेटी को इस कदर नागवार गुजरी कि वह घर छोड़कर ही चली गई.
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वर्धा पुलिस ने किया परिजनों के हवाले
सीएसपी मोतीलाल कुशवाहा ने बताया कि 16 साल की एक नाबालिग लड़की पिता से मोबाइल की डिमांड की थी, पिता ने मोबाइल दिलाने से इनकार कर दिया, इसी बात से नाराज नाबालिक अचानक घर से (father scolds for mobile then minor girl left home) गायब हो गई, बुधवार को परिजनों ने इस मामले की शिकायत देहात थाने में दर्ज कराई थी, पुलिस ने नाबालिग की तलाश शुरू की और महाराष्ट्र के वर्धा जिले से नाबालिग को खोज निकाला.
मोबाइल की मांग पर डांटते थे पिता
परिजनों ने बताया कि अपनी सहेलियों के पास मोबाइल देख कर उसे भी मोबाइल रखने की इच्छा (minor girl needs mobile) होती थी, उसने कई बार अपने पिता से मोबाइल दिलाने की बात कही, लेकिन पिता हमेशा उसे मना कर देते थे, नाबालिग ने पुलिस को यह भी बताया कि शराब के नशे में पिता अक्सर उसे डांटा करते थे, पुलिस ने नाबालिग को समझाइश देकर माता-पिता के हवाले कर दिया है.
बच्चों को मानसिक रूप से मजबूत बनाएं
जरा सी बात पर घर को छोड़ देना और परिजनों से गुस्सा करने के मामले में ईटीवी भारत ने छिंदवाड़ा मेडिकल कॉलेज के मनोरोग विशेषज्ञ तुषार तल्हान से बात की तो उनका कहना था कि आजकल जरा सी बात पर बच्चे परिजनों से नाराज हो जाते हैं और खतरनाक कदम उठा लेते हैं, शुरू से बच्चों को ना सुनने की आदत पैरेंट्स को डालना चाहिए, हर छोटी-मोटी जरूरतें पूरी करने की अपेक्षा उन्हें अपनी जरूरत के बारे में समझाना चाहिए, ताकि वे मानसिक रूप से ताकतवर बने और उन्हें ना सुनने की आदत भी पड़े.