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स्वतंत्रता सेनानी का सरनेम बदलने का मामला, परिजनों ने नगर पालिका पर लगाया लापरवाही का आरोप

छिंदवाड़ा के पांढुर्णा में स्वतंत्रता सेनानी के सरनेम बदलने का मामला सामने आया है. जिसे सुधारने के लिए परिजन नगर पालिका के कार्यलाय के चक्कर खाट रहे हैं. इसके बावजूद सरनेम में अभी तक सुधारा नहीं किया गया है. परिजनों का आरोप है कि स्वतंत्रता सेनानी लक्ष्मणअप्पा गाड़वे के स्थान पर लक्ष्मणअप्पा जूननकर लिखा गया है. जिसका विरोध परिजनों ने किया है.

Freedom fighter's surname change case
स्वतंत्रता सेनानी का सरनेम बदलने का मामला
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Published : Oct 15, 2020, 3:01 PM IST

छिंदवाड़ा। जिले के पांढुर्णा में स्वतंत्रता सेनानी के सरनेम को बदलने का मामला सामने आया है. जिसे सुधारने के लिए परिजन नगर पालिका के कार्यलाय के चक्कर खाट रहे हैं. इसके बावजूद सरनेम को अभी तक सुधारा नहीं गया है. परिजनों का आरोप है कि स्वतंत्रता सेनानी लक्ष्मणअप्पा गाड़वे के स्थान पर लक्ष्मणअप्पा जूननकर लिखा गया है. जिसका विरोध परिजनों ने किया हैं.

स्वतंत्रता सेनानी का सरनेम बदलने का मामला

पांढुर्णा नगर पालिका हाईस्कूल प्रांगण में 15 अगस्त 1972 में स्वतंत्रता सेनानियों की याद में एक शहीद स्तम्भ का निर्माण किया गया. जिसपर पांढुर्णा के ऐसे 9 स्वतंत्रता सेनानियों के नाम अंकित किए गए, जो आजादी की लड़ाई में शामिल थे. जिनका नाम आज भी मौजूद है, लेकिन परिजनों ने नगर पालिका पर स्वतंत्रता सेनानी का गलत सरनेम अंकित करने आरोप लगाया है. रंगरोपन के नाम पर पांढुर्णा नगर पालिका द्वारा इस स्तम्भ को जोड़कर दूसरा पत्थर लगाया गया और उस पत्थर पर फिर से 9 स्वतंत्रता सेनानियों के नाम पेंटिंग से लिखे गए हैं. हालांकि इस मामले में सीएमओ राजकुमार ईवनाती का कहना है. कि इस मामले में सम्बंधित कई दस्तावेज पेश करने के लिए परिजनों को कहा गया है, उन्हीं दस्तावेजों के आधार पर स्मारक स्तम्भ पर लिखें नाम को सुधारा जाएगा.

परिजनों का आरोप है कि स्वतंत्रता सेनानी लक्ष्मणअप्पा गाड़वे के स्थान पर लक्ष्मणअप्पा जूननकर लिखा गया है. जिसका विरोध परिजनों ने किया है. परिजनों का कहना है कि नगर पालिका के अधिकारियों की लापरवाही के कारण गलत सरनेम दर्ज किया गया है. जिसे सुधारने के लिए परिजन नगर पालिका कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन आज तक सरनेम में सुधार नहीं किया है. परिवारवालों के मुताबिक स्वतंत्रता सेनानी लक्ष्मणअप्पा गाड़वे के नाम के दस्तावेज आज भी उनके पास मौजूद हैं, और उनके नाम जिला कलेक्टर कार्यलय की सूची में दर्ज हैं. इसके बावजूद सरनेम सुधारने के लिए परिजन नगर पालिका कार्यालय की खाक छान रहे हैं.

छिंदवाड़ा। जिले के पांढुर्णा में स्वतंत्रता सेनानी के सरनेम को बदलने का मामला सामने आया है. जिसे सुधारने के लिए परिजन नगर पालिका के कार्यलाय के चक्कर खाट रहे हैं. इसके बावजूद सरनेम को अभी तक सुधारा नहीं गया है. परिजनों का आरोप है कि स्वतंत्रता सेनानी लक्ष्मणअप्पा गाड़वे के स्थान पर लक्ष्मणअप्पा जूननकर लिखा गया है. जिसका विरोध परिजनों ने किया हैं.

स्वतंत्रता सेनानी का सरनेम बदलने का मामला

पांढुर्णा नगर पालिका हाईस्कूल प्रांगण में 15 अगस्त 1972 में स्वतंत्रता सेनानियों की याद में एक शहीद स्तम्भ का निर्माण किया गया. जिसपर पांढुर्णा के ऐसे 9 स्वतंत्रता सेनानियों के नाम अंकित किए गए, जो आजादी की लड़ाई में शामिल थे. जिनका नाम आज भी मौजूद है, लेकिन परिजनों ने नगर पालिका पर स्वतंत्रता सेनानी का गलत सरनेम अंकित करने आरोप लगाया है. रंगरोपन के नाम पर पांढुर्णा नगर पालिका द्वारा इस स्तम्भ को जोड़कर दूसरा पत्थर लगाया गया और उस पत्थर पर फिर से 9 स्वतंत्रता सेनानियों के नाम पेंटिंग से लिखे गए हैं. हालांकि इस मामले में सीएमओ राजकुमार ईवनाती का कहना है. कि इस मामले में सम्बंधित कई दस्तावेज पेश करने के लिए परिजनों को कहा गया है, उन्हीं दस्तावेजों के आधार पर स्मारक स्तम्भ पर लिखें नाम को सुधारा जाएगा.

परिजनों का आरोप है कि स्वतंत्रता सेनानी लक्ष्मणअप्पा गाड़वे के स्थान पर लक्ष्मणअप्पा जूननकर लिखा गया है. जिसका विरोध परिजनों ने किया है. परिजनों का कहना है कि नगर पालिका के अधिकारियों की लापरवाही के कारण गलत सरनेम दर्ज किया गया है. जिसे सुधारने के लिए परिजन नगर पालिका कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन आज तक सरनेम में सुधार नहीं किया है. परिवारवालों के मुताबिक स्वतंत्रता सेनानी लक्ष्मणअप्पा गाड़वे के नाम के दस्तावेज आज भी उनके पास मौजूद हैं, और उनके नाम जिला कलेक्टर कार्यलय की सूची में दर्ज हैं. इसके बावजूद सरनेम सुधारने के लिए परिजन नगर पालिका कार्यालय की खाक छान रहे हैं.

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