छिंदवाड़ा। सीएम कमलनाथ के गृह जिले में पानी की किल्लत की वजह से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जिला अस्पताल में भी मरीजों को पीने का पानी तक उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. वहीं जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण करते हुए कलेक्टर ने सीएचएमओ और सिविल सर्जन को डॉक्टरों की लापरवाही समेत कई अन्य मामलों में कारण बताओ नोटिस जारी किया है.
जिला अस्पताल में पानी की समस्या को लेकर डॉ सुशील राठी का कहना है कि जिला अस्पताल में पर्याप्त पानी है. कुछ मशीनें खराब है पर उन्हें सुधार दिया जाएगा. नगर निगम से प्रतिदिन हम एक लाख लीटर पानी लेते हैं, लेकिन नगर निगम हमें पर्याप्त पानी उपलब्ध नहीं हो पाता और मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
वहीं एसडीएम अतुल सिंह ने कहा कि मैंने कल ही निरीक्षण किया था, वहां पानी की कमी को देखते हुए नगर पालिका से बात कर जिला अस्पताल को एक लाख लीटर पानी प्रतिदिन देने की बात कही है, जो जिला अस्पताल में पानी उपलब्ध करा रहा है. उन्होंने कहा कि पानी की समस्या को लेकर मैं जिला अस्पताल का निरीक्षण करूंगा और जो सुधार की आवश्यकता होगी उसे अवश्य करूंगा.
पानी की समस्या के साथ-साथ जिला अस्पताल में डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही और अन्य मामले सामने आए. कलेक्टर श्रीनिवास शर्मा ने जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया. जिसमें डॉक्टरों की लापरवाही समेत कई ऐसे मामले सामने आए थे जिनमें अस्पताल में दवाई होने के बावजूद भी बाहर से दवाइयां लाने के लिए लिखी जा रही थी. वहीं अस्पताल की व्यवस्था को ठीक करने के लिए कलेक्टर ने जिला अस्पताल प्रबंधन को निर्देशित किया था लेकिन उस पर अमल नहीं किया गया.
कलेक्टर ने नोटिस में कहा है कि उनके दिए गए निर्देशों का सही ढंग से पालन नहीं किया गया है. सिविल सर्जन डॉ सुशील राठी और सीएमएचओ डॉ जी एस गोगिया को 3 दिनों के भीतर उचित जवाब देने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है.