छिंदवाड़ा। नगर निगम में महापौर और कांग्रेस के पार्षदों ने निगम कमिश्नर के खिलाफ अजीबोगरीब विरोध किया. कमिश्नर की सरकारी गाड़ी में भैंस बांधकर उसके सामने बीन बजाकर प्रदर्शन किया. नगर निगम महापौर विक्रम आहाके और पार्षद दल के साथ ही कांग्रेस के नेताओं ने नगर निगम कमिश्नर पर कमीशन बाजी का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि ''फाइलों को आगे बढ़ाने के लिए कमिश्नर रिश्वत मांगते हैं और जनता के हित के काम भी नहीं सुनते हैं. इसलिए उनकी सरकारी गाड़ी में भैंस बांधकर बीन बजाकर विरोध जताया है.''
कमलनाथ की छवि खराब कर रहे कमिश्नर: महापौर विक्रम आहाके ने आरोप लगाया कि ''छिंदवाड़ा पूर्व सीएम कमलनाथ का क्षेत्र है और यहां पर अगर काम नहीं होता है तो इससे कमलनाथ और नकुलनाथ की छवि खराब होगी. यही काम नगर निगम के कमिश्नर राहुल सिंह कर रहे हैं. वे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इशारों पर और बीजेपी के नेताओं के कहने पर काम कर रहे हैं. एमआईसी के निर्णय की फाइल पर वे ध्यान नहीं देते लेकिन मध्य प्रदेश सरकार के जो भी काम और निर्देश होते हैं, उन्हें करने के लिए जी जान लगा देते हैं.'' उन्होंने कहा कि ''कमिश्नर सरकारी नियम के हिसाब से पद में बैठने लायक भी नहीं है. खुद सरकारी दस्तावेजों में इसका जिक्र किया गया है. लेकिन मुख्यमंत्री ने विशेष कृपा दृष्टि बरसाते हुए उन्हें यहां का कमिश्नर बनाकर भेजा है.''
कमिश्नर पर पिछले दरवाजे से भागने का आरोप: नगर निगम महापौर, निगम अध्यक्ष, सभी सभापति एवं पार्षद एकत्रित होकर निगम पहुंचे और मुख्य गेट पर नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए. कांग्रेस के सभी जन प्रतिनिधियों का आरोप है कि कमिश्नर द्वारा फाइल आगे बढ़ाने के नाम पर कमीशन खोरी की जाती है. प्रभारी मंत्री कमल पटेल के निर्देशों के बाद भी कमिश्नर द्वारा कन्या विवाह योजना की राशि नहीं वितरित की गई. उन्होंने कमिश्नर पर पीछे के दरवाजे से भागने के भी आरोप लगाए.