छिंदवाड़ा। कांग्रेस ने छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ को उम्मीदवार बनाया है. इस सीट से पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ सांसद थे और अब उनकी खाली हुई सीट से उनके बेटे नकुलनाथ छिंदवाड़ा की लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे. टिकट मिलने पर नकुलनाथ का कहना है कि मुझे काफी खुशी है कि मुझे छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से लड़ने का मौका मिला है. साथ ही उन्होंने बताया कि उनकी प्राथमिकता क्षेत्र का युवा वर्ग होगा.
बीजेपी प्रवक्ता राहुल कोठारी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस में वंशवाद की जड़ें मजबूत है और इसका सबसे बड़ा उदाहरण छिंदवाड़ा में देखने को मिला, कोठारी ने कहा की नकुलनाथ का क्षेत्र के विकास में कोई योगदान नही है, वहां से दीपक सक्सेना जैसे नेता हमेशा मैदान में रहे है और ऐसे जमीनी कार्यकर्ता को नजर अंदाज कर पार्टी ने वंशवाद की राजनीति करते हुए कमलनाथ के बेटे को लोकसभा चुनाव में टिकट दिया है.
राहु कोठारी ने कहा कि कांग्रेस नेता पुत्रों का राजनीति प्रेम किसी से छुपा नही है. उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में भी कई नेताओं ने अपने पुत्र, पुत्री, और भाई के लिए टिकट के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाया था, जिनमे कुछ सफल भी हुए और कुछ को मायूसी हाथ लगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष रहते अरुण यादव ने अपने भाई को टिकट दिलाया और विधानसभा पहुंचाया. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अपने बेटे जयवर्धन सिंह और भाई लक्ष्मण सिंह को विधायक बनाया.
छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से कमलनाथ सांसद रहे हैं और यह क्षेत्र कमलनाथ का गढ़ माना जाता है. कमलनाथ यहां से पिछले 40 सालों से लगातार सांसद रहे हैं. सिर्फ एक ही बार उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था. अब कमलनाथ मुख्यमंत्री बन चुके हैं और उनकी छिंदवाड़ा लोकसभा सीट खाली हो गई है, जिस पर उनके बेटे नकुल नाथ को छिंदवाड़ा की कमान सौंपी गई है.