छिन्दवाड़ा। बिलावरकला के स्कूल में छात्राओं के साथ छेड़खानी के मामले में दोनों शिक्षकों पर FIR की मांग को लेकर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी और आम आदमी पार्टी ने जुन्नारदेव थाने का घेराव किया. जुन्नारदेव के बिलावरकला में 2 शिक्षकों द्वारा नाबालिक आदिवासी छात्राओं के साथ अश्लील हरकतों को लेकर धरना प्रदर्शन लगातार जारी है. हालांकि अभी तक इस मामले में ना तो पुलिस ने कोई FIR दर्ज की है और ना ही आदिवासी विकास विभाग ने अपने शिक्षकों को सस्पेंड किया है. (Chhindwara Obscene Teachers) इसे लेकर पुलिस और शिक्षा अधिकारी के रवैया पर छात्राओं में बड़ी नाराजगी है. (mp school tribal adivasi girls harassment)
शिक्षकों की छात्राओं ने की थी शिकायत: इस मामले को लेकर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी और आम आदमी पार्टी ने संयुक्त रूप से जुन्नारदेव थाने का घेराव किया और तत्काल कार्रवाई की मांग की. एक्शन नहीं लिए जाने की स्थिति में आगे बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी भी दी है. (adivasi girls harassment junnardev) (molestation in mp school)
युवक ने नाबालिग से की छेड़छाड़, विरोध करने पर उसकी मां को भी पीटा
पहले भी स्कूलों में शिक्षकों द्वारा की जा चुकी है ऐसी हरकतें: छिंदवाड़ा के आदिवासी अंचल जुन्नारदेव के बिलाबरकला में 2 शिक्षकों द्वारा नाबालिग आदिवासी छात्राओं के साथ अश्लील हरकतें किए जाने का विरोध हुआ था. 2 दिन पहले स्कूल की छात्राओं ने स्कूल प्रशासन, आदिवासी विकास विभाग एवं एसडीएम को ज्ञापन सौंपा और स्कूल के गेट पर धरना भी दिया. छात्राओं ने स्कूल के प्रभारी प्राचार्य प्रमोद मोदी के साथ एक अन्य शिक्षक नरेंद्र सिंह ठाकुर के खिलाफ नामजद शिकायत करते हुए कार्यवाही की मांग की थी. छात्राओं ने इसकी शिकायत 4 दिन पूर्व जुन्नारदेव पुलिस स्टेशन में भी की थी लेकिन अभी तक पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया है. इसी बात को लेकर छात्राएं और परिजन आक्रोशित हैं.
जनजातीय विभाग द्वारा शिक्षकों को किया गया है अटैच: हालांकि आदिवासी विकास विभाग द्वारा इस मामले पर शुरुआती कार्रवाई करते हुए दोनों शिक्षकों को खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय एवं दूसरे स्कूल में अटैच कर दिया है. विरोध करने वाली छात्राओं का कहना है की पुलिस ने हमारी शिकायत पर अभी तक ना तो कोई FIR लिखी है और ना ही दोनों शिक्षकों को गिरफ्तार है. संबंधित अधिकारियों का कहना है कि छात्राओं ने कार्रवाई ना किए जाने पर अपनी सहमति दी है. मगर छात्राओं का आरोप है कि विकास खंड शिक्षा अधिकारी और पुलिस ने उनसे जबरदस्ती धोखा देकर हस्ताक्षर करा लिए. वहीं दूसरी ओर इन शिक्षकों को मात्र दूसरी शाला या कार्यालय में संलग्न करने को लेकर भी छात्राओ में असंतोष है. उनका कहना है कि ऐसे हैवानों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए नहीं तो वो दूसरी जगह भी ऐसी ही हरकत करेंगे.