छिंदवाड़ा। स्कूलों में नियमित कक्षाएं और बच्चों की उपस्थिति के लिए निर्देश दिए जाते है, लेकिन दूसरी ओर स्कूलों में अनियमितताएं मिलती है. ऐसी ही लापरवाही माध्यमिक शाला लिंगा में सामने आई, जहां कलेक्टर शीतला पटले फील्ड विजिट के दौरान जिले की तहसील मोहखेड़ पहुंची और ग्राम लिंगा में एकीकृत शासकीय माध्यमिक शाला का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान मध्यान्ह भोजन के मेन्यू के अनुसार भोजन बनना नहीं पाया गया. बच्चों के हाजिरी रजिस्टर मेंटेन नहीं पाए गए. इसके अलावा 2 शिक्षक बिना एप्लीकेशन के आकस्मिक अवकाश पर पाए गए थे, स्कूल में साफ-सफाई भी संतोषजनक नहीं पाई गई. उपस्थिति पंजी के निरीक्षण के दौरान छात्रों की उपस्थिति छात्राओं की तुलना में बहुत कम थी, कलेक्टर ने बच्चों से भी संवाद किया और उनसे सवाल-जवाब कर शिक्षा के स्तर का आंकलन किया. बच्चों की शिक्षा का स्तर संतोषजनक नहीं पाए जाने और अन्य लापरवाही पर कलेक्टर ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की और प्रभारी प्रधान पाठक को एससीएन जारी करने के निर्देश दिए.
निरीक्षण के बाद यह दिए निर्देश: कलेक्टर शीतला पटले ने प्रभारी प्रधानपाठक को पेरेंट टीचर मीटिंग करने और बच्चों के घर जाकर भी उनके माता-पिता से मिलकर बच्चों की उपस्थिति के संबंध में चर्चा करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि, "बच्चे शाला क्यों नहीं आ रहे हैं, इस पर कार्य करिए और निरीक्षण के दौरान जो कमियां सामने आई उन्हें तत्काल दूर करिए."
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ग्राम पंचायत भवन भी पहुंची कलेक्टर: कलेक्टर ने ग्राम पंचायत लिंगा के ग्राम स्वराज भवन में बनाये जा रहे आयुष्मान कार्ड के कार्य को भी देखा तथा ग्रामीणों को आयुष्मान कार्ड बनाये जाने की जानकारी से अवगत कराने के निर्देश दिए. इस दौरान संयुक्त कलेक्टर, अतुल सिंह, एसडीएम श्रेयांस कुमट, तहसीलदार श्रीमती मीना दशरिया व सीईओ जनपद पंचायत सहित अन्य अमला उपस्थित था.
उमरानाला स्वास्थ्य केन्द्र में मिली अनियमितताएं: उमरानाला प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का भी कलेक्टर शीतला पटले ने औचक निरीक्षण किया, अस्पताल में सफाई व्यवस्था बेहतर न मिलने से नाराज कलेक्टर ने अधिकारियों को व्यवस्था बनाने निर्देश दिए हैं. इसके अलावा डिलेवरी पाइंट चौबीस घंटे खुले रखने की हिदायत दी है, कलेक्टर पटले ने निरीक्षण के दौरान ड्यूटी डॉक्टर्स, पेशेंट को मिल रही सुविधाएं, मेडिसिन की उपलब्धता, उपलब्ध बेड की जानकारी ली. अस्पताल में मरीजों और प्रसूता व गर्भवती महिलाओं से चर्चा कर दवाइयां मिल रही है या नहीं, ब्लड टेस्ट, हिमोग्लोबिन जांच के बारे में जानकारी ली. उन्होंने डिलेवरी सेंटर 24 घंटे खुले रखने के निर्देश दिए और कम्प्यूटर ऑपरेटर से ऑनलाइन डाटा की एंट्री के बारे में पूछा, इसके अलावा उन्होंने वैक्सीनेशन की जानकारी लेने के साथ मेडिसिन कक्ष, लेबर रूम और ओपीडी कक्ष का निरीक्षण किया.