छिंदवाड़ा। जिले में दो-दो सीएमएचओ कार्यरत हैं कर्मचारी हैरान और परेशान हैं कि आखिर में किसे अपना अधिकारी माने और किस के निर्देश का पालन करें. ( Chhindwara CMHO Story) एक पद पर दो-दो अधिकारी होने से स्वास्थ्य विभाग का काम ठप पड़ा हुआ है. इस विवादास्पद स्थिति के चलते स्वास्थ्य विभाग के 1100 स्थाई कर्मचारियों का दिसंबर माह का वेतन भी अटका हुआ है. दरअसल मामला कुछ यूं है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बिछुआ में 9 दिसंबर 2022 को जनसेवा अभियान कार्यक्रम के दौरान मंच से मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जीसी चौरसिया को निलंबित कर दिया था. उनके स्थान पर सौसर के बीएमओ डॉ. एनके शास्त्री को प्रभारी सीएमएचओ नियुक्त किया गया था.
सीएम के खिलाफ हाईकोर्ट गए थे CMHO : मुख्यमंत्री के निलंबन आदेश के खिलाफ सीएमएचओ डॉ. जीसी चौरसिया हाईकोर्ट चले गए थे. न्यायालय ने सीएमएचओ डॉ. चौरसिया के निलंबन आदेश पर रोक लगा दी थी. इसके बाद उन्होंने दोबारा ज्वाइनिंग दे दी लेकिन भोपाल स्वास्थ्य संचालनालय से डॉक्टर एनके शास्त्री को पद छोड़ने या डॉक्टर जीसी चौरसिया को सीएमएचओ का कार्यभार सौंपने कोई नए आदेश नहीं दिए गए. जिससे मामला उलझा हुआ है. 2-2 सीएमएचओ होने की वजह से विभाग का काम ठप पड़ा हुआ है. इस विवाद की स्थिति के चलते स्वास्थ्य विभाग के 1100 स्थाई कर्मचारियों का दिसंबर 2022 का वेतन अटक गया है. दोनों अधिकारी वेतन पत्रक पर दस्तखत नहीं कर रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कुर्सी के विवाद में उलझे हुए हैं जबकि वित्तीय वर्ष समाप्त होने जा रहा है. वित्तीय वर्ष तक कई स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लक्ष्य पूर्ण नहीं हो पाए हैं, जिससे पूरा करना CMHO की जवाबदारी होती है इस विवाद के चलते विभागीय कर्मचारी भी परेशान हैं.
CM शिवराज के निलंबन के आदेश पर HC की रोक, मंच से किया था CMHO को सस्पेंड
सीएम ने दिया था हटाने का आदेश: रामाकोना में आयोजित जनसेवा शिविर में सीएम शिवराज सिंह चौहान के निर्देश के बाद दूसरे दिन 23 सितंबर 2022 को भोपाल स्वास्थ्य संचालनालय से सीएमएचओ डॉ. जीसी चौरसिया को पद से हटाने के आदेश जारी किए गए थे. तब प्रभारी सीएमएचओ डॉ. एनके शास्त्री को बनाया गया था इस आदेश के विरुद्ध भी सीएमएचओ डॉ. जी सी चौरसिया ने न्यायालय से स्टे ले लिया था. इस मामले में डॉ जी सी चौरसिया का कहना है कि मेरे द्वारा न्यायालय से स्थगन आदेश लाने के बाद जॉइनिंग ले ली गई है. सीएमएचओ के प्रभार के लिए शासन और प्रशासन के आदेश का इंतजार है, वहीं दूसरी ओर डॉक्टर एनके शास्त्री का कहना है कि भोपाल स्वास्थ्य संचालनालय से अभी मुझे पद छोड़ने के आदेश नहीं मिले हैं. वहां से जो भी आदेश आएंगे उसका विधिवत पालन किया जाएगा.