छिंदवाड़ा। जिले के पांढुर्णा कोविड अस्पताल में कोरोना की तीसरी लहर को रोकने शिशु कोविड केयर सेंटर बनाया गया हैं. अस्पताल प्रबंधन ने यहां भर्ती होने वाले बच्चों के लिए कार्टून और खिलोनों की व्यवस्था की है. प्रबंधन ने इस अस्पताल को 'बच्चों का कार्टून कोविड सेंटर' नाम दिया गया हैं. अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि यहां भर्ती होने वालों बच्चों के लिए हर वह व्यवस्था की जाएगी जिससे बच्चों को यह अस्पताल घर जैसा महसूस हो सके.
कोरोना की तीसरी लहर का बच्चों पर रहेगा प्रभाव
पांढुर्णा सिविल अस्पताल को कोविड अस्पताल का दर्जा दिया गया हैं. जहां साल 2020 और 2021 में कोरोना पीड़ित मरीजों का इलाज किया गया. अब इस अस्पताल में वयस्कों के साथ-साथ नवजात शिशुओं से लेकर 14 वर्ष के बच्चों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है. दरअसल ICMR (Indian Council of Medical Research) ने आशंका जताई है कि कोरोना की तीसरी लहर 14 वर्ष तक के बच्चों के लिए ज्यादा खतरनाक हो सकती है. इसीलिए अस्पताल प्रबंधन बच्चों के लिए विशेष व्यवस्था करवा रहा है.
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बच्चों के मनोरंजन के लिए रहेगी खास व्यवस्था
इस कोविड अस्पताल की तीसरी मंजिल के 3 कमरों में शिशु कोविड सेंटर बनाया गया हैं. इस सेंटर की खास बात यह हैं कि इन तीनों कमरों में बच्चों के मनोरंजन की भरपूर व्यवस्था रहेंगी. दरअसल इन कमरों के दिवालों पर मोटू-पतलू, छोटा भीम सहित अन्य कार्टून पोस्टर लगाए गए है. ताकि भर्ती बच्चों को यह महसूस न हो कि वे किसी अस्पताल में भर्ती हैं. इसलिए इस अस्पताल को 'बच्चों का कार्टून कोविड सेंटर' नाम दिया हैं.
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13 आईसीयू बेड, 14 एचडीओ बेड और 20 जनरल बेड की व्यवस्था
इस सेंटर को शुरू करने में पांढुर्णा एसडीएम मेघा शर्मा और शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. मिलिंद गजभिये ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. मिलिंद गजभिये के मुताबिक कोविड अस्पताल में बनाया गया शिशु कोविड केयर सेंटर में नवजात शिशु से लेकर 14 वर्ष के बच्चों का इलाज किया जाएगा. उसको लेकर 13 आईसीयू बेड, 14 एचडीओ बेड और 20 जनरल बेड की व्यवस्था की गई हैं.