छतरपुर। कहते हैं एक अच्छा शिक्षक जीवन बदल सकता है, लेकिन अगर गढ़ी मलहरा के प्राथमिक पाठशाला जैसे शिक्षक हों, तो भविष्य बर्बाद भी हो सकता है. गढ़ी मलहरा के वार्ड नंबर 5 में स्थित प्राथमिक पाठशाला में शिक्षक बच्चों से ही स्कूल का काम करा रहे हैं. जिस समय छात्र-छात्राओं को पढ़ाई करनी चाहिए, उस समय उनसे स्कूल के अन्य काम लिए जाते हैं.
जब मीडिया का कैमरा वहां पहुंचा, तो बच्चे स्कूल के लिए हैंडपंप से पानी भरते हुए नजर आए. जब बच्चों से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि यह उनकी रोजमर्रा के दिनचर्या में शामिल है. मध्याह्न भोजन बनने के लिए जब भी पानी की जरूरत होती है, तो बच्चों से ही पानी भरवाया जाता है.
वहीं शिक्षक संतोष अहिरवार ने इन आरोपों से साफ इनकार कर दिया. वे सवालों से बचते नजर आए. वहीं पूरे मामले में एडीएम प्रेम सिंह चौहान ने कहा है कि बच्चों से पानी भरवाना गलत है, हम शिक्षा विभाग के साथ जांच कर कार्रवाई करेंगे.