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मिड डे मील बनाने के लिए बच्चों से ही भरवाया जा रहा पानी, पढ़ाई के वक्त कराए जाते दूसरे काम

छतरपुर जिले के गढ़ी मलहरा के प्राथमिक पाठशाला में बच्चों की पढ़ाई के समय उनसे स्कूल का अन्य काम करवाया जा रहा है.

स्कूल में बच्चों से भराया जा रहा पानी
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Published : Oct 26, 2019, 8:35 AM IST

Updated : Oct 26, 2019, 10:17 AM IST

छतरपुर। कहते हैं एक अच्छा शिक्षक जीवन बदल सकता है, लेकिन अगर गढ़ी मलहरा के प्राथमिक पाठशाला जैसे शिक्षक हों, तो भविष्य बर्बाद भी हो सकता है. गढ़ी मलहरा के वार्ड नंबर 5 में स्थित प्राथमिक पाठशाला में शिक्षक बच्चों से ही स्कूल का काम करा रहे हैं. जिस समय छात्र-छात्राओं को पढ़ाई करनी चाहिए, उस समय उनसे स्कूल के अन्य काम लिए जाते हैं.

स्कूल में बच्चों से भराया जा रहा पानी

जब मीडिया का कैमरा वहां पहुंचा, तो बच्चे स्कूल के लिए हैंडपंप से पानी भरते हुए नजर आए. जब बच्चों से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि यह उनकी रोजमर्रा के दिनचर्या में शामिल है. मध्याह्न भोजन बनने के लिए जब भी पानी की जरूरत होती है, तो बच्चों से ही पानी भरवाया जाता है.

वहीं शिक्षक संतोष अहिरवार ने इन आरोपों से साफ इनकार कर दिया. वे सवालों से बचते नजर आए. वहीं पूरे मामले में एडीएम प्रेम सिंह चौहान ने कहा है कि बच्चों से पानी भरवाना गलत है, हम शिक्षा विभाग के साथ जांच कर कार्रवाई करेंगे.

छतरपुर। कहते हैं एक अच्छा शिक्षक जीवन बदल सकता है, लेकिन अगर गढ़ी मलहरा के प्राथमिक पाठशाला जैसे शिक्षक हों, तो भविष्य बर्बाद भी हो सकता है. गढ़ी मलहरा के वार्ड नंबर 5 में स्थित प्राथमिक पाठशाला में शिक्षक बच्चों से ही स्कूल का काम करा रहे हैं. जिस समय छात्र-छात्राओं को पढ़ाई करनी चाहिए, उस समय उनसे स्कूल के अन्य काम लिए जाते हैं.

स्कूल में बच्चों से भराया जा रहा पानी

जब मीडिया का कैमरा वहां पहुंचा, तो बच्चे स्कूल के लिए हैंडपंप से पानी भरते हुए नजर आए. जब बच्चों से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि यह उनकी रोजमर्रा के दिनचर्या में शामिल है. मध्याह्न भोजन बनने के लिए जब भी पानी की जरूरत होती है, तो बच्चों से ही पानी भरवाया जाता है.

वहीं शिक्षक संतोष अहिरवार ने इन आरोपों से साफ इनकार कर दिया. वे सवालों से बचते नजर आए. वहीं पूरे मामले में एडीएम प्रेम सिंह चौहान ने कहा है कि बच्चों से पानी भरवाना गलत है, हम शिक्षा विभाग के साथ जांच कर कार्रवाई करेंगे.

Intro:छतरपुर जिले के गढ़ी मलहरा में एक बार फिर शिक्षा व्यवस्था को शर्मसार कर देने वाली तस्वीरें सामने आई हैं जहां कुछ बच्चे स्कूल के लिए हैंडपंप से पानी भरते हुए नजर आए हालांकि स्कूल की कुछ बच्चियां भी हैंडपंप से पानी भर रही थी जब हमने कैमरा बच्चियों की ओर किया तो बच्चियां वहां से भाग गई!


Body:गढ़ी मलहरा के शासकीय प्राथमिक पाठशाला वार्ड नंबर 5 में बच्चे पानी भरते हुए नजर आए स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे एवं बच्चियां स्कूल के सामने ही लगे हैंडपंप पर स्कूल के लिए पार्टियों से पानी भर रहे थे हालांकि हमने जैसे ही कैमरा बच्चों की और किया तो वहां से कुछ बच्चियां भाग गई लेकिन स्कूल में पढ़ने वाला 1 छात्र लगातार पानी भरता रहा इस बीच स्कूल में मध्यान्ह भोजन का काम करने वाले कुछ लोगों ने हमें रोकने की भी कोशिश की!

स्कूल में कक्षा पांचवी में पढ़ने वाला महेंद्र आदिवासी बताता है कि यह उसकी रोजमर्रा की दिनचर्या में शामिल है मध्यान भोजन बनने के लिए जब पानी की आवश्यकता होती है तो वह पानी भर देता है!

बाइट_महेन्द्र आदिवासी छात्र

स्कूल में पढ़ने वाला एक और छात्र शैलेंद्र बताता है कि शिक्षक महोदय कभी भी किसी भी बच्चे से पानी भरने के लिए कह देते हैं हालांकि जिस समय हम इस छात्र से बात कर रहे थे उस समय शिक्षक महोदय उसे डांटने के लिए आ गए और उसे बोलने से मना कर दिया!

बाइट_शैलेन्द्र छात्र


आपको बता दें कि गढ़ी मलहरा के इस स्कूल में ज्यादातर आदिवासी बच्चे ही पढ़ते हैं और यही बच्चे स्कूल के तमाम कामों के लिए पानी भरते रहते हैं स्कूल में पानी भरने वाले इन बच्चों से जब हमने बात की तो उन्होंने बताया कि यह उनकी रोजमर्रा की दिनचर्या में शामिल हो गया है!



जिस समय स्कूल के यह बच्चे हैंडपंप से पानी भर रहे थे उस समय स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षक संतोष अहिरवार भी सामने खड़े हुए थे और यह सब देख रहे थे हालांकि बाद में उन्होंने इस पूरे मामले से साफ इनकार कर दिया और उन्होंने कुछ भी बोलने से मना करते हुए कैमरे पर भी हाथ लगाया हम लगातार शिक्षक से उनका नाम और बच्चों के द्वारा स्कूल में पानी भरने का कारण पूछते रहे लेकिन शिक्षक महोदय लगातार सवालों के जवाबों से बचते हुए दिखाई दिए इतना ही नहीं जैसे ही हमने कैमरा चालू किया तो शिक्षक महोदय वहां से भाग निकले और कैमरा को बंद करने की कोशिश भी की!

हमने जब इस पूरे मामले में एडीएम प्रेम सिंह चौहान से बात की तो उन्होंने कहा कि बच्चों से पानी भरवाना बेहद गलत है हम शिक्षा विभाग के अधिकारी से बात करेंगे कि आखिर किस वजह से बच्चों से पानी भरवाया जा रहा था मामले की जांच भी कराई जाएगी!

बाइट_एडीएम प्रेम सिंह चौहान




Conclusion:आपको बता दें कि गढ़ी मलहरा के इस स्कूल में पढ़ाने वाले संतोष अहिरवार हमेशा से अपने इस प्रकार के रवैया के लिए जाने जाते हैं हालांकि जब उनसे बात करने कोशिश कर रहे थे तो वह लगातार कैमरे से भाग रहे थे और उन्होंने एक बार तो कैमरे में हाथ लगाने की भी कोशिश की!
Last Updated : Oct 26, 2019, 10:17 AM IST
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