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एक माह से थाने के चक्कर काट रही गैंगरेप पीड़िता, आत्महत्या की दी चेतावनी

छतरपुर में पिछले एक माह से सामूहिक बलात्कार की पीड़िता पुलिस के चक्कर लगा रही है. लंबा समय बीत जाने के बाद भी छतरपुर के आला अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की.

पुलिस के चक्कर लगा रही सामूहिक बलात्कार की पीड़िता
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Published : Jun 29, 2019, 8:35 PM IST

छतरपुर। नौगांव थाना क्षेत्र के एक गांव की नव विवाहिता ने गांव के 3 युवकों पर सामूहिक बलात्कार का आरोप लगाया है. पीड़िता का आरोप है कि नशीला पदार्थ खिलाकर 8 दिन तक उसके साथ बलात्कार किया गया और एक माह बीत जाने के बाद भी छतरपुर जिले के आला अधिकारियों ने न तो संज्ञान लेने की कोशिश की और न ही इस मामले में कोई कार्रवाई की.

पुलिस के चक्कर लगा रही सामूहिक बलात्कार की पीड़िता

पीड़िता का कहना है कि वो कई दिनों से नौगांव थाने एवं एसपी कार्यालय के चक्कर लगा रही है, लेकिन पुलिस की तरफ से उसे सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है. जब पीड़िता अपने पति के साथ एसपी ऑफिस जाती तो एसपी उन्हें नवा थाने भेज देते हैं और थाने में मामला दर्ज करना तो दूर पीड़िता की बात भी नहीं सुनी जाती. पीड़िता और उसके पति ने चेतावनी दी है कि उन्हें न्याय नहीं मिलता तो वे लोग आत्महत्या कर लेंगे. जिसकी जिम्मेदार पुलिस होगी.

एक ओर जहां कमलनाथ महिलाओं और बच्चों से जुड़े अपराधों को लेकर प्रदेश के पुलिस आला अधिकारियों को सख्त निर्देश दे रहे हैं. वहीं छतरपुर पुलिस का ये रवैया न सिर्फ बेहद लचर है, बल्कि कई सवाल भी खड़े करता है.

छतरपुर। नौगांव थाना क्षेत्र के एक गांव की नव विवाहिता ने गांव के 3 युवकों पर सामूहिक बलात्कार का आरोप लगाया है. पीड़िता का आरोप है कि नशीला पदार्थ खिलाकर 8 दिन तक उसके साथ बलात्कार किया गया और एक माह बीत जाने के बाद भी छतरपुर जिले के आला अधिकारियों ने न तो संज्ञान लेने की कोशिश की और न ही इस मामले में कोई कार्रवाई की.

पुलिस के चक्कर लगा रही सामूहिक बलात्कार की पीड़िता

पीड़िता का कहना है कि वो कई दिनों से नौगांव थाने एवं एसपी कार्यालय के चक्कर लगा रही है, लेकिन पुलिस की तरफ से उसे सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है. जब पीड़िता अपने पति के साथ एसपी ऑफिस जाती तो एसपी उन्हें नवा थाने भेज देते हैं और थाने में मामला दर्ज करना तो दूर पीड़िता की बात भी नहीं सुनी जाती. पीड़िता और उसके पति ने चेतावनी दी है कि उन्हें न्याय नहीं मिलता तो वे लोग आत्महत्या कर लेंगे. जिसकी जिम्मेदार पुलिस होगी.

एक ओर जहां कमलनाथ महिलाओं और बच्चों से जुड़े अपराधों को लेकर प्रदेश के पुलिस आला अधिकारियों को सख्त निर्देश दे रहे हैं. वहीं छतरपुर पुलिस का ये रवैया न सिर्फ बेहद लचर है, बल्कि कई सवाल भी खड़े करता है.

Intro: भले ही प्रदेश की मुखिया कमलनाथ महिलाओं पर हो रहे उत्पीड़न एवं अपराधिक घटनाओं को लेकर पुलिस एवं आला अधिकारियों पर सख्त हो लेकिन मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में पुलिस की लापरवाही का एक गंभीर मामला सामने आया है जहां सामूहिक बलात्कार की शिकार एक नवविवाहिता पिछले कई दिनों से पुलिस एवं थानों के चक्कर लगा रही है लेकिन आज तक पुलिस ना तो मामला दर्ज कर सकी और ना ही आरोपियों को गिरफ्तार कर पाई है|


Body:छतरपुर जिले के नौगांव थाना क्षेत्र अंतर्गत रहने वाली एक नव बताएं अपने ही गांव के रहने वाले तीन युवकों पर सामूहिक बलात्कार करने का आरोप लगाया है पीड़िता का आरोप है कि नशीला पदार्थ खिलाकर उसके साथ 3 लोगों ने अपहरण कर बारी-बारी से सामूहिक बलात्कार किया|

पीड़िता की मानें तो पिछले कई दिनों से नौगांव थाने एवं एसपी कार्यालय के चक्कर लगा रही है लेकिन पुलिस की तरफ से लगातार उसे आश्वासन ही दिया जाता है जब एसपी ऑफिस आती है तो एसपी साहब द्वारा उसे नवा थाना भेज दिया जाता है और थाने में साहब मामला दर्ज करना तो दूर उसकी बात भी नहीं सुनते हैं और आखिरकार परेशान होकर पीड़ित महिला फिर एसपी ऑफिस अपनी शिकायत करने चली आती है!

कुछ दिनों पहले ही महिलाओं एवं बच्चों पर लगातार हो रहे उत्पीड़न को लेकर छतरपुर पुलिस बेहद सख्त दिखाई दे रही थी लेकिन पुलिस का यह रवैया कुछ दिनों के लिए महज एक दिखावा ही साबित हुआ|

पीड़िता एवं उसके पति का कहना है कि वह थाने एवं एसपी कार्यालय के चक्कर लगा लगा कर थक चुकी है लेकिन पुलिस उसे यहां से वहां और वहां से यहां भेज देती है कई दिन बीत जाने के बाद भी आज तक पुलिस ना तो मामला दर्ज कर पाई है और ना ही आरोपियों को पकड़ पाई है ऐसे में अगर अब उसे न्याय नहीं मिलता है तो वह परेशान होकर कुछ ऐसा कदम उठाएगी जिसकी जिम्मेदार पुलिस होगी|

बाइट_पीड़िता

बाइट_पति






Conclusion:लगभग 1 महीने बीत जाने के बाद भी सामूहिक बलात्कार जैसे गंभीर मामले में छतरपुर जिले के आला अधिकारियों ने ना तो संज्ञान लेने की कोशिश की ना ही इस मामले में कोई दिलचस्पी दिखाई!

एक और जहां प्रदेश के मुखिया महिलाओं एवं बच्चों से जुड़े अपराधों को लेकर प्रदेश के पुलिस आला अधिकारियों को सख्त निर्देश दे रहे हैं ऐसे में छतरपुर पुलिस का यह रवैया न सिर्फ बेहद लचर है बल्कि कई सवाल भी खड़े करता है|
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