छतरपुर। जिले में दो एसडीएम अपनी-अपनी नियुक्तियों को लेकर आमने-सामने आ गए हैं. एसडीएम कार्यालय में कौन सा एसडीएम बैठेगा, उसे लेकर दोनों ही अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं. इस बीच तत्कालीन एसडीएम अनिल सपकाले हाईकोर्ट से स्टे लेकर वापस छतरपुर आ गए हैं.
इस दौरान राज्य शासन ने सभी डिप्टी कलेक्टरों को एकपक्षीय भार मुक्त कर दिया था. जिसके बाद छतरपुर एसडीएम अनिल सपकले ने ट्रांसफर को चुनौती देते हुए इसे हाईकोर्ट में चुनौती दी थी. इस मामले में हाईकोर्ट ने अनिल सपकले को राहत देते हुए उनके पक्ष में फैसला सुनाया है.
वहीं एसडीएम अनिल सपकले दोबारा छतरपुर आ गए हैं. वह उन तमाम आदेशों को लेकर यहां आए हैं, जिस पर हाईकोर्ट ने उन्हें आदेश दिया है, लेकिन कलेक्टर ने उन्हें अनुपस्थिति में लिया है.
एसडीएम अनिल सपकले ने क्या कहा ईटीवी भारत से
एसडीएम अनिल सपकले ने बताया कि उन्हें छतरपुर से रिलीव किया गया था, तब वे छतरपुर एसडीएम थे और हाईकोर्ट के स्टे के बाद भी उसमें साफ-साफ लिखा हुआ है कि अनिल सपकले से जुड़े तमाम आदेशों को यथावत रखा जाए.
नए एसडीएम पर उठाए सवाल
एसडीएम अनिल सपकले ने सवाल करते हुए कहा कि वह अभी भी छतरपुर जिले के एसडीएम हैं, लेकिन वर्तमान में छतरपुर शहर के एसडीएम कार्यालय में एसडीएम डीपी द्विवेदी छतरपुर शहर का कार्यभार संभाल रहे हैं.
चर्चा का विषय बना मामला
छतरपुर शहर के एसडीएम कार्यालय में दो-दो एसडीएम अपनी-अपनी दावेदारी बता रहे है. जो भोपाल मुख्यालय तक चर्चा का विषय बना हुआ है.
बता दें कि जिस वक्त छतरपुर जिले के एसडीएम अनिल सपकले हाईकोर्ट में स्टे को लेकर भाग दौड़ कर रहे थे उस वक्त छतरपुर कलेक्टर मुहित बुंदस ने पन्ना जिले से छतरपुर आए एडीएम डीपी द्विवेदी को छतरपुर शहर का एसडीएम बना दिया था.
कुछ दिनों पहले राज्य शासन ने डिप्टी कलेक्टरों का ट्रांसफर किया था उसी क्रम में छतरपुर जिले के तत्कालीन एसडीएम अनिल सपकले का भी ट्रांसफर छतरपुर जिले से सागर डिप्टी कलेक्टर के रूप में किया गया था.
अनिल सपकले ने अपने पक्ष में हाईकोर्ट के तमाम दस्तावेजों को पेश किया है साथ ही उनका कहना है कि छतरपुर शहर के असली एसडीएम वे ही है. उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि पता नहीं डीपी द्विवेदी कैसे कार्यभार संभाल रहे हैं.