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नियुक्ति को लेकर आमने-सामने आए दो एसडीएम, छतरपुर से भोपाल तक बना चर्चा का विषय - Madhya Pradesh News

छतरपुर के एसडीएम कार्यालय में इस समय पसोपेश की स्थिति बनी हुई है. एसडीएम कार्यालय में दो-दो एसडीएम के मामले ने जोर पकड़ लिया है. वहीं तत्कालीन एसडीएम हाईकोर्ट से स्टे ले आए हैं.

आमने-सामने आए दो एसडीएम
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Published : Aug 22, 2019, 8:37 AM IST

छतरपुर। जिले में दो एसडीएम अपनी-अपनी नियुक्तियों को लेकर आमने-सामने आ गए हैं. एसडीएम कार्यालय में कौन सा एसडीएम बैठेगा, उसे लेकर दोनों ही अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं. इस बीच तत्कालीन एसडीएम अनिल सपकाले हाईकोर्ट से स्टे लेकर वापस छतरपुर आ गए हैं.

नियुक्ति को लेकर आमने-सामने दो एसडीएम

इस दौरान राज्य शासन ने सभी डिप्टी कलेक्टरों को एकपक्षीय भार मुक्त कर दिया था. जिसके बाद छतरपुर एसडीएम अनिल सपकले ने ट्रांसफर को चुनौती देते हुए इसे हाईकोर्ट में चुनौती दी थी. इस मामले में हाईकोर्ट ने अनिल सपकले को राहत देते हुए उनके पक्ष में फैसला सुनाया है.

वहीं एसडीएम अनिल सपकले दोबारा छतरपुर आ गए हैं. वह उन तमाम आदेशों को लेकर यहां आए हैं, जिस पर हाईकोर्ट ने उन्हें आदेश दिया है, लेकिन कलेक्टर ने उन्हें अनुपस्थिति में लिया है.

एसडीएम अनिल सपकले ने क्या कहा ईटीवी भारत से
एसडीएम अनिल सपकले ने बताया कि उन्हें छतरपुर से रिलीव किया गया था, तब वे छतरपुर एसडीएम थे और हाईकोर्ट के स्टे के बाद भी उसमें साफ-साफ लिखा हुआ है कि अनिल सपकले से जुड़े तमाम आदेशों को यथावत रखा जाए.

नए एसडीएम पर उठाए सवाल
एसडीएम अनिल सपकले ने सवाल करते हुए कहा कि वह अभी भी छतरपुर जिले के एसडीएम हैं, लेकिन वर्तमान में छतरपुर शहर के एसडीएम कार्यालय में एसडीएम डीपी द्विवेदी छतरपुर शहर का कार्यभार संभाल रहे हैं.

चर्चा का विषय बना मामला

छतरपुर शहर के एसडीएम कार्यालय में दो-दो एसडीएम अपनी-अपनी दावेदारी बता रहे है. जो भोपाल मुख्यालय तक चर्चा का विषय बना हुआ है.
बता दें कि जिस वक्त छतरपुर जिले के एसडीएम अनिल सपकले हाईकोर्ट में स्टे को लेकर भाग दौड़ कर रहे थे उस वक्त छतरपुर कलेक्टर मुहित बुंदस ने पन्ना जिले से छतरपुर आए एडीएम डीपी द्विवेदी को छतरपुर शहर का एसडीएम बना दिया था.

कुछ दिनों पहले राज्य शासन ने डिप्टी कलेक्टरों का ट्रांसफर किया था उसी क्रम में छतरपुर जिले के तत्कालीन एसडीएम अनिल सपकले का भी ट्रांसफर छतरपुर जिले से सागर डिप्टी कलेक्टर के रूप में किया गया था.

अनिल सपकले ने अपने पक्ष में हाईकोर्ट के तमाम दस्तावेजों को पेश किया है साथ ही उनका कहना है कि छतरपुर शहर के असली एसडीएम वे ही है. उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि पता नहीं डीपी द्विवेदी कैसे कार्यभार संभाल रहे हैं.

छतरपुर। जिले में दो एसडीएम अपनी-अपनी नियुक्तियों को लेकर आमने-सामने आ गए हैं. एसडीएम कार्यालय में कौन सा एसडीएम बैठेगा, उसे लेकर दोनों ही अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं. इस बीच तत्कालीन एसडीएम अनिल सपकाले हाईकोर्ट से स्टे लेकर वापस छतरपुर आ गए हैं.

नियुक्ति को लेकर आमने-सामने दो एसडीएम

इस दौरान राज्य शासन ने सभी डिप्टी कलेक्टरों को एकपक्षीय भार मुक्त कर दिया था. जिसके बाद छतरपुर एसडीएम अनिल सपकले ने ट्रांसफर को चुनौती देते हुए इसे हाईकोर्ट में चुनौती दी थी. इस मामले में हाईकोर्ट ने अनिल सपकले को राहत देते हुए उनके पक्ष में फैसला सुनाया है.

वहीं एसडीएम अनिल सपकले दोबारा छतरपुर आ गए हैं. वह उन तमाम आदेशों को लेकर यहां आए हैं, जिस पर हाईकोर्ट ने उन्हें आदेश दिया है, लेकिन कलेक्टर ने उन्हें अनुपस्थिति में लिया है.

एसडीएम अनिल सपकले ने क्या कहा ईटीवी भारत से
एसडीएम अनिल सपकले ने बताया कि उन्हें छतरपुर से रिलीव किया गया था, तब वे छतरपुर एसडीएम थे और हाईकोर्ट के स्टे के बाद भी उसमें साफ-साफ लिखा हुआ है कि अनिल सपकले से जुड़े तमाम आदेशों को यथावत रखा जाए.

नए एसडीएम पर उठाए सवाल
एसडीएम अनिल सपकले ने सवाल करते हुए कहा कि वह अभी भी छतरपुर जिले के एसडीएम हैं, लेकिन वर्तमान में छतरपुर शहर के एसडीएम कार्यालय में एसडीएम डीपी द्विवेदी छतरपुर शहर का कार्यभार संभाल रहे हैं.

चर्चा का विषय बना मामला

छतरपुर शहर के एसडीएम कार्यालय में दो-दो एसडीएम अपनी-अपनी दावेदारी बता रहे है. जो भोपाल मुख्यालय तक चर्चा का विषय बना हुआ है.
बता दें कि जिस वक्त छतरपुर जिले के एसडीएम अनिल सपकले हाईकोर्ट में स्टे को लेकर भाग दौड़ कर रहे थे उस वक्त छतरपुर कलेक्टर मुहित बुंदस ने पन्ना जिले से छतरपुर आए एडीएम डीपी द्विवेदी को छतरपुर शहर का एसडीएम बना दिया था.

कुछ दिनों पहले राज्य शासन ने डिप्टी कलेक्टरों का ट्रांसफर किया था उसी क्रम में छतरपुर जिले के तत्कालीन एसडीएम अनिल सपकले का भी ट्रांसफर छतरपुर जिले से सागर डिप्टी कलेक्टर के रूप में किया गया था.

अनिल सपकले ने अपने पक्ष में हाईकोर्ट के तमाम दस्तावेजों को पेश किया है साथ ही उनका कहना है कि छतरपुर शहर के असली एसडीएम वे ही है. उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि पता नहीं डीपी द्विवेदी कैसे कार्यभार संभाल रहे हैं.

Intro: छतरपुर जिले के दो एसडीएम नियुक्ति को लेकर आमने-सामने हैं दोनों का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है मामला मुख्यालय तक पहुंच चुका है लेकिन अभी भी छतरपुर शहर में 2 एसडीएम कार्यालय में बैठने को लेकर आमने सामने है मामले में दोनों अपनी दावेदारी बता रहे हैं लेकिन तत्कालीन एसडीएम अनिल सपकाले हाई कोर्ट से स्टे लेकर वापस छतरपुर आ गए हैं!


Body: आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले राज्य शासन द्वारा डिप्टी कलेक्टरों का ट्रांसफर किया गया था उसी क्रम में छतरपुर जिले के तत्कालीन एसडीएम अनिल सपकले का भी ट्रांसफर छतरपुर जिले से सागर डिप्टी कलेक्टर के रूप में किया गया था!

जिसके बाद सभी डिप्टी कलेक्टरों को राज्य शासन द्वारा 1/ 8/ 2019 में एकपक्षीय भार मुक्त कर दिया गया जिसके बाद छतरपुर एसडीएम अनिल सपकले ट्रांसफर को चुनौती देते हुए हाई कोर्ट चले गए जिसके बाद 13/ 8/ 2019 को हाईकोर्ट ने अनिल सपकले के पक्ष में फैसला सुनाते हुए तमाम आदेशों को निष्क्रिय करने का फैसला कर दिया!

जिसके बाद अनिल सपकले दोबारा छतरपुर आ गए उनका कहना है कि हाईकोर्ट ने जोस्टर उन्हें दिया है वह उन तमाम आदेशों को लेकर है जो राज्य सरकार एवं जिला कलेक्टर ने उनकी अनुपस्थिति में लिया है!

अनिल सपकले ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए बताया कि जब उन्हें छतरपुर से रिलीव किया गया तब छतरपुर एसडीएम थे और जिस वक्त हाई कोर्ट ने स्टे दिया उसमें साफ-साफ लिखा हुआ है कि अनिल सपकले से जुड़े तमाम आदेशों को यथावत किया जाए!

वही जिस वक्त छतरपुर जिले के एसडीएम अनिल सपकले हाई कोर्ट में स्टे को लेकर भाग दौड़ कर रहे थे उस वक्त छतरपुर कलेक्टर मुहित बुंदस ने पन्ना जिले से छतरपुर आए एडीएम डीपी द्विवेदी को छतरपुर शहर का एसडीएम बना दिया!

क्योंकि अब कोर्ट से स्टे के बाद अनिल सपकले वापस छतरपुर आ गए हैं और उनका कहना है कि वह अभी भी छतरपुर जिले के एसडीएम हैं लेकिन वर्तमान में छतरपुर शहर के एसडीएम कार्यालय में डीपी द्विवेदी एसडीएम छतरपुर शहर का कार्यभार संभाल रहे हैं!

अब चुकी छतरपुर शहर के एसडीएम कार्यालय में दो दो एसडीएम अपनी-अपनी दावेदारी बता रहे है जिसको लेकर छतरपुर जिले से लेकर भोपाल मुख्यालय तक चर्चा हो रही है!



Conclusion: अनिल सपकले ने अपने पक्ष में हाईकोर्ट के तमाम दस्तावेजों को पेश किया है साथ ही उनका कहना है कि छतरपुर शहर के असली एसडीएम वही है पता नहीं डीपी द्विवेदी कैसे कार्यभार संभाल कर कार्य कर रहे हैं!

हालांकि इस पूरे मामले में अंतिम निर्णय छतरपुर जिला कलेक्टर का ही होगा लेकिन देखने वाली बात यह है कि अनिल सपकले के पास हाई कोर्ट का स्टे है जिसे छतरपुर कलेक्टर भी अनदेखा नहीं कर सकते हैं!
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