छतरपुर। केंद्र और राज्य सरकार भले ही ग्रामीणों क्षेत्रों में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने के लिए लाख जतन कर रही है.लेकिन ग्रामीणों क्षेत्रों में शिक्षा व्यवस्थाओं का हाल बेहाल है. तभी आए दिन प्रदेश के कई हिस्सों से अजब एमपी के गजब स्कूलों की कहानी सुनने को मिलती है. ऐसी ही बानगी छतरपुर के चुरारन गांव में देखने को मिली, जहां स्कूल के एक अतिरिक्त क्लास में जानवरों की हड्डियां पड़ी है.
छतरपुर जिले के छोटे से गांव चुरारन में एक ऐसा मामला सामने आया है, जो ना सिर्फ शिक्षा व्यवस्था बल्कि स्कूल प्रबंधन पर भी सवाल खड़े करता है. दरअसल राजनगर जनपद क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव चुरारन में एक प्राइमरी स्कूल के अतिरिक्त क्लास में सालों से जानवरों की हड्डियां भरी पड़ी है. लेकिन स्कूल प्रबंधन आज तक उन हड्डियों को वहां से अलग नहीं कर पाया है.
वहीं स्कूली बच्चों के मुताबिक करीब 2 साल पहले से यहां पर हड्डियां पड़ी हुई है. कई बार तो यहां मृत जानवर भी मृत पड़े रहते हैं. स्कूल प्रबंधन ने कभी भी इस और ध्यान नहीं दिया. तभी दो साल बीत जाने के बाद भी स्कूल के एकस्ट्रा क्लास में सालों पहले मरी गाय के अवशेष आज भी मौजूद है. इतना ही नहीं स्कूल के बच्चों का कहना है कि शिक्षक बच्चों से ही झाड़ू और खाने के बर्तन साफ करवाते हैं.
प्रभारी प्राचार्य हीरालाल अनुरागी का कहना है कि स्कूल में कोई चपरासी मौजूद नहीं है. इसी वजह से बच्चों से ही झाड़ू लगानी पड़ती है और बच्चे ही बर्तन साफ करते हैं. वहीं इस मामले में एडीएम प्रेम सिंह चौहान ने मामले को गंभीर बताते हुए जिला शिक्षा अधिकारी से बात कर कार्रवाई की बात कही है.