छतरपुर। लवकुशनगर अनुविभाग अंतर्गत बारीगढ़ इलाके के टिकरी गांव में बने शांति धाम को पत्थर माफियाओं ने रातोरात तोड़ दिया. ग्रामीणों ने बताया की इससे पहले भी माफियाओं ने इसका कुछ हिस्सा तोड़ दिया था. टिकरी के खसरा नंबर 668/2 में ग्राम पंचायत ने शांति धाम का निर्माण कराया था. इसी नंबर पर पहाड़ भी आता है और पहाड़ से पत्थर निकालने के लिए शैलेन्द्र द्विवेदी ने 4.209 हेक्टेयर लीज ले रखी है.
शैलेंद्र ने प्रकाश बम्होरी में संचालित गणेश स्टोन क्रेशर के संचालक सचिन भदौरिया से एग्रीमेंट कर पहाड़ ले रखा है. शांति धाम में पत्थर खनन में समस्या आ रही थी, जिससे निजात पाने के लिए क्रेशर संचालक ने बीती रात गैस कटर से शांतिधाम के पिलर काट दिए. ताकि उसे पत्थर खनन में सहूलियत हो सके. ग्रामीणों ने इसका विरोध किया तो ठेकेदार ने खसरा क्रमांक 581 में काम चलाऊ शांतिधाम का निर्माण कराकर पल्ला झाड़ लिया. लेकिन ग्रामीण ठेकेदार द्वारा बनाए गए शांतिधाम से खुश नहीं है. पहले बने शांतिधाम को उचित स्थान मानते हैं.
सरपंच सोमवती पाल और सचिव सुरेन्द्र अहिरवार ने बताया की गणेश स्टोन क्रेशर के संचालक सचिन भदौरिया ने बिना सूचना के पहले ही सरकारी खर्च पर बने शांतिधाम को अलग-अलग दिनों में ध्वस्त कर दिया. जिसकी शिकायत सरपंच और सचिव ने जनपद सीईओ और जुझारनगर थाने में की है.
ब्लास्टिंग से किसानों के खेतों में गिर रहे पत्थर
ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव के लिए खनन का लीज पर होना जी का जंजाल बन चुका है. ब्लास्टिंग का समय निर्धारित नहीं होने से पहाड़ पर अचानक ब्लास्टिंग की जाती है, जिससे पत्थर किसानों के खेतों में गिरता है. जिसके चलते मवेशियों की जान जा रही है, दूसरी ओर ग्रामीण खरीफ की फसल की बोवनी कर चुके हैं. जिसकी रखवाली के लिए किसान जाना चाहते हैं, लेकिन ब्लास्टिंग के डर से खेतों में किसान नहीं पहुंच पाते हैं.
ग्रामीणों ने बताया कि स्वीकृत एरिया में सुरक्षा की दृष्टि से तार फैसिंग नहीं की गई है. और न ही स्वीकृत रकबा का बोर्ड लगाया है, स्वीकृत एरिया में पिलर नहीं गाड़े गए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि क्रेशर संचालक मनमानी कर स्वीकृत एरिया से ज्यादा खनन करने में जुटा है. लवकुशनगर एसडीएम अविनाश रावत ने कहा कि राजस्व और खनिज की टीम को मौके पर भेजकर खनन की जांच करवाई जाएगी. साथ ही शांतिधाम को गिराए जाने वाली घटना में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.