छतरपुर। जिले के महाराजपुर विधानसभा में गढ़ी मलहरा और महाराजपुर दो ऐसी तहसीलें हैं, जहां मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा बड़े पैमाने पर पान की खेती की जाती है. पिछले दिनों कड़ाके की ठंड और कोहरे ने पान की खेती को तबाह कर दिया है. महाराजपुर और गढ़ी मलहरा में रहने वाले किसान ज्यादातर पान की खेती करते हैं और इसे खेती से वह अपने परिवार का भरण पोषण भी करते हैं.
यहां का पान पूरे भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी भेजा जाता है, वहीं पान की खेती करने वाले किसान अब ना सिर्फ परेशान हैं बल्कि तबाह हो चुकी अपनी पान की खेती को देखकर अपने नसीब को भी कोस रहे हैं.
किसान भरत चौरसिया बताते हैं कि अचानक जिस तरह से ठंडी बढ़ी और कोहरा हुआ, उसने पूरे पान की खेती को तबाह कर दिया है. फसल को ठंड लग गई जिसकी वजह से ना सिर्फ पान में दाग लगा बल्कि मौसम खुलने पर सारे पत्ते अपने आप जमीन पर गिर जाएंगे, जिनकी बाजार में कीमत एक आने भी नहीं होगी.
महाराजपुर में एक बार फिर से बारिश हुई है. ठंड और कोहरा बढ़ने लगा है. अब किसानों को इस बात का डर है कि जो 5 प्रतिशत खेती उनकी बची है, वह भी ठंड की भेंट चढ़ जाएगी.