छतरपुर। जिला प्रशासन ने एक प्राइवेट पैथोलॉजी को सील कर दिया है. इस पैथोलॉजी में फर्जी तरीके से लोगों का कोरोना टेस्ट किया जा रहा था. मामले की जानकारी लगते ही तहसीलदार जय शर्मा, तहसीलदार संजय शर्मा और पुलिस दल ने मौके पर पहुंचकर एंटीजन किट को जब्त कर पैथोलॉजी को सील कर दिया.
फर्जी तरीके से हो रहा था कोरोना टेस्ट
एक ओर जहां पूरे देश में कोरोना वायरस को लेकर स्थितियां खराब होती जा रही है. ऐसे में कुछ प्राइवेट पैथोलॉजी लैब संचालित करने वाले न सिर्फ पैसों की लालच में कोरोना वायरस का टेस्ट कर रहे हैं, बल्कि लोगों की जान से भी खिलवाड़ कर रहे हैं.
जिला प्रशासन ने किसी भी निजी पैथोलॉजी को कोरोना वायरस जैसी बीमारी का परीक्षण संबंधी मान्यता नहीं दी है, लेकिन डाकखाना चौराहे के सामने मौजूद बुंदेलखंड पैथोलॉजी इन दिनों न सिर्फ कोरोना वायरस बीमारी से ग्रसित लोगों का परीक्षण कर रही थी, बल्कि लोगों से मोटी रकम भी ऐंठी जा रही थी.
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जिला प्रशासन ने सील की लैब
मामले की जानकारी लगते ही जिला प्रशासन मौके पर पहुंच गया. तुरंत पैथोलॉजी को सील कर दिया गया. इस कार्रवाई को लेकर तहसीलदार संजय शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि कोई भी निजी पैथोलॉजी अगर इस तरह का कृत्य करते हुए पाई जाएंगी, तो उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी.
तहसीलदार संजय शर्मा ने बताया कि बुंदेलखंड पैथोलॉजी को सील कर दिया गया है. मौके से एंटीजन किट भी जब्त कर लिया गया है. आगे की कार्रवाई जिला कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह के निर्देशन में की जाएगी.