छतरपुर। कहा जाता है कि आवश्यकता आविष्कार की जननी है. इस बात को साबित कर दिखाया है जिले के आदित्य शिवहरे ने, जिन्हें स्थानीय लोग 'न्यूटन' के नाम से बुलाते हैं. आदित्य शिवहरे ने एक ऐसे डिवाइस की खोज की है, जो बिना तारों के बिजली को एक जगह से दूसरे जगह तक पहुंचा देती है. इस डिवाइस की खास बात ये है कि इसके संपर्क में आने पर बिजली के झटके नहीं लगते हैं.
अपनी जिज्ञासा और जुनून के दम पर 11वीं क्लास में पढ़ने वाले आदित्य शिवहरे ने वह कर दिखाया है, जिससे देश में एक नई क्रांति लाई जा सकती है. आदित्य ने डिवाइस का नाम 'वायरलेस एंड शॉकलेस इलेक्ट्रिसिटी ट्रांसमीटर' रखा है. आदित्य का कहना है कि देशहित में वो कुछ ऐसा बनाना चाहता था, जिससे लोगों का जीवन बदल सकें. साथ ही आदित्य का मकसद था, कि लोगों की मौत बिजली का करंट लगने से ना हो.
छतरपुर के 'न्यूटन' ने बनाया बिजली सप्लाई करने वाला अनोखा डिवाइस, छूने पर नहीं लगेगा करंट
जिले के आदित्य शिवहरे ने ऐसे डिवाइस बनाया है, जो बिना तारों के बिजली को एक जगह से दूसरे जगह तक सप्लाई कर सकता है. साथ ही इसके संपर्क में आने पर बिजली के झटके भी नहीं लगते हैं.
छतरपुर। कहा जाता है कि आवश्यकता आविष्कार की जननी है. इस बात को साबित कर दिखाया है जिले के आदित्य शिवहरे ने, जिन्हें स्थानीय लोग 'न्यूटन' के नाम से बुलाते हैं. आदित्य शिवहरे ने एक ऐसे डिवाइस की खोज की है, जो बिना तारों के बिजली को एक जगह से दूसरे जगह तक पहुंचा देती है. इस डिवाइस की खास बात ये है कि इसके संपर्क में आने पर बिजली के झटके नहीं लगते हैं.
अपनी जिज्ञासा और जुनून के दम पर 11वीं क्लास में पढ़ने वाले आदित्य शिवहरे ने वह कर दिखाया है, जिससे देश में एक नई क्रांति लाई जा सकती है. आदित्य ने डिवाइस का नाम 'वायरलेस एंड शॉकलेस इलेक्ट्रिसिटी ट्रांसमीटर' रखा है. आदित्य का कहना है कि देशहित में वो कुछ ऐसा बनाना चाहता था, जिससे लोगों का जीवन बदल सकें. साथ ही आदित्य का मकसद था, कि लोगों की मौत बिजली का करंट लगने से ना हो.
Body:कक्षा 11वीं में पढ़ने वाला आदित्य शिवहरे पिछले 3 सालों से लगातार दिन रात मेहनत करते हुए एक अविष्कार की खोज कर रहा था 3 साल की मेहनत के बाद उसने वह अविष्कार कर लिया जो कभी सालों पहले एक महान वैज्ञानिक निकोला टेस्ला ने किया था निकोला टेस्ला जैसे महान विज्ञानिक को चुनौती देते हुए कक्षा ग्यारहवीं का छात्र एक कदम आगे बढ़ गया और बिना तार एवं बिना झटके के बिजली उत्पन्न कर दी!
आपको बता दें कि छतरपुर जिले में रहने वाले शिवहरे परिवार के सबसे छोटे बेटे आदित्य शिवहरे ने एक ऐसा आविष्कार किया है जो इन दिनों चर्चा में है आदित्य के पिता केसीसी भरे पैसे से एक प्रॉपर्टी डीलर है एवं उसकी मां विमला शिवहरे ग्रहणी है!
वर्तमान में आदित्य से भरे कक्षा ग्यारहवीं में पढ़ रहा है और फिजिक्स का छात्र है बचपन से ही उसे इलेक्ट्रॉनिक चीजों की डिवाइस बनाने एवं छोटे छोटे शोध करने में रुचि रही है!
आदित्य बताता है कि जो कक्षा आठवीं में पढ़ रहा था तब उसने इस प्रकार की डिवाइस बनाने की सूची थी लेकिन लगातार 3 सालों में उसने एक हजार बार इस डिवाइस को बनाने के प्रयास किए लेकिन लगातार उसे इस डिवाइस को बनाने में सफलता मिल रही थी लेकिन 3 साल की कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार उसने एक ऐसी डिवाइस बना ली है जो बिना बिजली के तार एवं झटके के बिजली उत्पन्न कर रही है!
आदित्य के इस आविष्कार के बाद ना सर छतरपुर जिले के अधिकारी उसे सहयोग करने की बात कर रहे हैं बल्कि भोपाल से लेकर दिल्ली तक की फोन उसके पास आने लगे हैं जिसके बाद से आदित्य का हौसला नसरत बड़ा है बल्कि वह अपने इस प्रोजेक्ट को आगे ले जाकर कुछ अच्छा भी करना चाहता है!
आपको बता दें कि इस क्षेत्र में काम करने वाले महान वैज्ञानिक निकोला टेस्ला ने इस प्रकार के डिवाइस की खोज की थी जिसे निकोला टेस्ला नाम दिया गया था जिसमें उन्होंने बिना तार के बिजली देने की कोशिश की थी लेकिन अपने उस अविष्कार में वह सप्लाई होने वाले करंट में झटके लगने को नहीं रोक पाए!
निकोला टेस्ला क्रोएरिया के देश की एक महान वैज्ञानिक थे जो लगातार क्षेत्र में खोज कर रहे थे!
Conclusion:आदित्य शिवहरे के आविष्कार के बाद छतरपुर जिले के कई बड़े अधिकारी उससे मिलकर उसे मदद देने की बात कह रहे हैं साथी आदित्य शिवहरे का कहना है कि उसके इस आविष्कार की बात दूर-दूर तक फैल गई है यही वजह है कि भोपाल से लेकर दिल्ली मंत्रालय से भी उसे फोन आने लगे हैं और सांसद से लेकर मंत्री तक उसकी मदद करने की बात कह रहे हैं!
अब देखने वाली बात यह होगी कि कक्षा 11वीं में पढ़ने वाला यह छात्र आने वाले समय में अपने प्रोजेक्ट को किस तरह से आगे ले जाता है और राज्य एवं केंद्र सरकार किस तरह से उसका सहयोग करती हैं!