छतरपुर। पुलिस अत्याचार की घटना फिर सामने आई है. दो महिलाओं ने रोते हुए वीडियो जारी कर अपनी व्यथा बताई है. महिलाओं ने छतरपुर पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. वीडियो में महिलाओं का आरोप है कि उन्होंने सीएम हेल्प लाइन में शिकायत की थी, जिसे बंद कराने के लिए बिजावर थाने के टीआई ने उन्हें बुलाया और शिकायत बंद कराने के लिए दबाव बनाया. जब महिलाएं नहीं मानी तो उनके 16 साल के बेटे को पुलिस थाने में बंधक बना लिया. अब पुलिस धमकी दे रही है कि शिकायत वापस लो, तभी तुम्हारे बेटे को छोड़ेंगे. पीड़ित दोनों महिलाएं स्थानीय एसडीएम और क्षेत्रीय विधायक के पास पहुंचीं, जिसके बाद बेटे को थाने से छोड़ा गया.
शिकायत कटवाने की धमकी : दरअसल, छतरपुर में सटई रोड पर रहने वाली सुखवती अहिरवार अपनी बहिन माया के साथ जिले के बिजावर थाना गई हुई थीं. सुखवती ने बताया कि कुछ महीने पहले उसकी बहिन माया अहिरवार के बड़ा बेटा अनुसूचित जाति जनजाति हॉस्टल में पढ़ता था, जिसकी किन्हीं कारणों से मौत हो गई थी. उसकी मौत का कारण जानने के लिए सीएम हेल्प लाइन में शिकायत की थी. सुखवती का कहना है कि दो दिन पहले बिजावर थाना प्रभारी का फोन आया कि आप लोग थाने आ जाइए. आपका केस हम देख रहे हैं.
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वीडियो में सुनाई व्यथा : सुखवती अपनी बहन माया और अपने नाबालिग बेटे के साथ पुलिस थाने पहुंची. आरोप है कि वहां टीआई ने पहले उनसे बात की और फिर सीएम हेल्पलाइन में की गई शिकायत कटवाने की बात की. जब उन्होंने बात मानने से इंकार कर दिया तो टीआई ने उनके नाबालिग बेटे को थाने में बंधक बना लिया. इसके बाद दोनों बहनें रोती हुई बाहर निकली और एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया. इस मामले में बिजावर एसडीओपी रघु केशरी का कहना है कि वह अभी पीएम के कार्यक्रम के कारण व्यस्त हैं. घटना की जानकारी अभी हुई. मामले को जल्द दिखवाया जाएगा.