छतरपुर। खजुराहो के पास बमीठा थाने से चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां पति ने अपनी पहली पत्नि को तलाक दिये बिना अपनी आधी उम्र की लडकी से शादी रचा ली. महिला को इस बात की जानकारी तब लगी जब उसे ग्राम पंचायत चुनाव में वोट डालने नहीं मिला और राशन मिलना भी बंद हो गया. फिर वह अपने बच्चों के साथ गांव पहुंची तो वहां नजारा कुछ और ही था. यहां उसके पति ने दूसरा संसार बसा लिया था. महिला का आरोप है उसके विरोध करने पर उसके पति ने उसे और उसके बच्चों के साथ मारपीट कर वहां से भगा दिया. महिला ने बताया कि दिवाली पर हमारे यहां दिये जलाने को तक तेल नहीं है और न ही दो वक्त की रोटी है.(chhatarpur news) (husband marries another girl in khajuraho) (no oil to light lamp) (husband beat up first wife and children)
पत्नी को बिना बताए आधी उम्र की दूसरी लड़की से की शादी: पति ने की आधी उम्र की लड़की से शादी-घर पहुंची तो बच्चों सहित मार कर भगाया: दरअसल ग्राम पाटन निवासी ऊषा रैकवार ने बताया की उसकी शादी को लगभग 20 साल हो गए हैं. वह अपने पति दीपक रैकवार के साथ लंबे समय से गांव से बाहर मजदूरी कर रही थी. उसके 4 बच्चे हैं. जिसमें से एक लडकी की शादी हो चुकी है. बाकी 3 बच्चे साथ में रहते हैं. महिा ने बताया कि मजदूरी करके वह अपने परिवार का भरण पोषण करती है. उसके पति को शराब की आदत थी. जिसकी वजह से उसने अपनी जमीन तक गिरवी रख दी थी. विरोध करने पर पति महिला साथ मारपीट करता था. ऊषा ने बताया की उसके पति ने उसको कुछ समय पहले घर से बाहर निकाल दिया था और बच्चों को पहचानने से तक इंकार कर रहा था. तो वहीं ग्राम पंचायत चुनाव में जब वोट डालने की पर्ची महिला के पास नहीं आई तब जानकारी ली तो पता चला महिला का नाम गांव से कट चुका है. फिर राशन की पर्ची आना भी बंद हो गई तो उसने गांव जाकर पता लगाया. वहां पता चला की उसकी मर्जी के बगैर पति ने दूसरी महिला से शादी कर ली है. जब वह अपने बच्चों के साथ ससुराल पहुंची तो वहां दूसरी पत्नी उसके साथ थी. जब उसने विरोध किया तो पति ने महिला और उसके बच्चों को मारपीट कर भगा दिया. जिसकी शिकायत कई बार प्रशासनिक अधिकारियों से की लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई है. पति ने फर्जी तरीके से सचिव के साथ मिलकर परिवार आईडी से भी महिला का नाम कटवा दिया है. जिससे उसे कोई सरकारी लाभ भी नहीं मिल रहा है.
बेटी ने बताया पिता ने पहचनाने से भी किया इंकार: महिला ने बताया की दीवाली पर उसके यहां दीपक जलाने तक को तेल नहीं है. दो वक्त की रोटी भी बड़ी मुश्किल से जुटा कर बच्चों और अपना पेट भर रही है. तो वहीं ऊषा रैकवार की बेटी सपना ने बताया की मम्मी पापा का झगड़ा हो गया तो उसके पापा ने सबको घर बाहर भगा दिया और दूसरी अंटी को घर पर रख लिया है. अब वे पहचानने से भी इंकार कर रहे हैं. इस पूरे मामले पर अधिवक्ता अरुण उपाध्याय का कहना है कि सरकारी दस्तावेज में छेड़खानी करना एक संगीन अपराध है. महिला का नाम बिना उसकी मर्जी के सरकारी दस्तावेज से हटाना अपराध की श्रेणी में आता है. इसके लिए पंचायत कर्मियों पर भी अपराध दर्ज होना चाहिए.(chhatarpur news) (husband marries another girl in khajuraho) (no oil to light lamp) (husband beat up first wife and children)