छतरपुर। लोक सेवा आयोग ने विभिन्न पदों के लिए भर्ती परीक्षा में निर्धारित कोटे से ज्यादा आरक्षण देने का मामला सामने आया है. अभ्यर्थियों ने मंगलवार को लोक सेवा आयोग के इंदौर मुख्यालय पर पहुंचकर परीक्षा परिणाम रद्द करने और आरक्षण में हुई गड़बड़ी को ठीक करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया.
- निर्धारित आरक्षण से दिया ज्यादा आरक्षण
लोक सेवा आयोग कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करने पहुंचे छात्रों का कहना था कि लोक सेवा आयोग ने 2019 में जो परीक्षा आयोजित की थी. परीक्षा परिणाम के दौरान आरक्षण में गड़बड़ियां हुई हैं. निर्धारित आरक्षण से ज्यादा आरक्षण दिया गया है. कोटा 100% था उसे बढ़कर 113% कर दिया गया. छात्रों के अनुसार मध्यप्रदेश राज्य भर्ती सेवा नियम 2015 में किए गए संशोधन के मुताबिक 17 फरवरी 2020 को मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ने प्रारंभिक परीक्षा 2019 का परीक्षा परिणाम निरस्त करने की मांग की थी. छात्रों का कहना है कि जो गड़बड़ी आरक्षण देने के दौरान हुई है उसे भी सही किया जाए.
- ज्ञापन सौंपकर विभिन्न मांगों को हल करने की मांग
अभ्यार्थी ने मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग के अधिकारियों को पूरे मामले को लेकर ज्ञापन सौंपा. मामले में अधिकारियों का कहना है कि इस मामले को लेकर वर्तमान में करीब 40 से अधिक याचिका लगी है. जो कोर्ट में लंबित है. मामला न्यायालय में विचाराधीन है, ऐसे में जो भी कोर्ट के निर्देश होंगे आयोग उसी के आधार पर फैसला करेगा. प्रक्रिया के बीच में वह किसी भी प्रकार की प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं कर सकता है. छात्रों के अनुसार जल्द ही इस पूरे मामले में कार्रवाई की जाए.
- मुख्य परीक्षा का दिया गया हवाला
छात्रों ने लोक सेवा आयोग के अधिकारियों को आने वाले दिनों में होने वाली मुख्य परीक्षा का हवाला देते हुए कहा कि जल्द ही इस पूरे मामले में लोक सेवा आयोग निर्णय लेगा. मुख्य परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों को किसी भी तरह की परेशानियों का सामना न करना पड़े. इस पूरी प्रक्रिया के कारण आने वाले दिनों में कई छात्रों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.