बिजावर। छतरपुर के बिजावर इलाके में रहने वाली एक 11 साल की छात्रा नें कोरोना से बचाव में मददगार एक ऐप बनाकर क्षेत्र का नाम रोशन कर दिया है. "बिजावर कोरोना-कवच" नाम से ऐप बनाने वाली आकांक्षा, बिजावर के एक अंग्रेजी स्कूल संचालक त्रिवेंद्र पांडे की बेटी है. इस ऐप को बनाने का मकसद कोरोना महामारी के बारे में जानकारी देकर लोगों को जागरुक करना और आम आदमी की जान बचाना है.
आकांक्षा ने बताया कि उसे शुरू से ही तकनीकी क्षेत्र में रुचि थी. कोरोना काल में जब स्कूल बंद थे तब उसने इंटरनेट के माध्यम से पहले तो ऑनलाइन कोर्स किया फिर कोरोना-कवच ऐप बना कर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया. आकांक्षा ने इस ऐप को बनाने में अपने पिता का भी सहयोग लिया साथ ही माता विनीता पांडे ने भी उसका उत्साह बढ़ाया. इसके अलावा भी वह शिक्षण क्षेत्र में स्टूडेंट्स की मदद और गाइडलाइन के लिए एजुकेशन ऐप भी बनाने जा रही हैं. आकांक्षा की इच्छा है कि वह बड़ी होकर सॉफ्टवेयर इंजीनियर बने और लोगों की मदद करे.