छतरपुर। नागपुर की संस्था अंध श्रद्धा निर्मुलन समिति की चुनौती स्वीकार उसको साबित करने के बाद से बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री सुर्खियों में हैं, तभी से माइंड रीडर सुहानी शाह भी लगातार चर्चाओं में हैं और अपने आर्ट के जरिए माइंड रीड करती हैं. पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने माइंड रीडर सुहानी शाह को लेकर एक बयान दिया है. उन्होंने कहा की मणि और कांच में अंतर होता है. कांच मणि से ज्यादा चमकदार हो सकता है, पर चमत्कार नहीं करता है.
मणि और कांच में होता है अंतर: पत्रकारवार्ता के दौरान उन्होंने सुहानी शाह पर जमकर हमला बोला है. दरअसल मन की बात पढ़ने को लेकर कई लोग बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की तुलना सुहानी शाह से कर रहे है क्योंकि सुहानी शाह भी लोगों की मन की बात पढ़ लेती हैं. जिसे वह एक ट्रिक बताती हैं. इसी बात को लेकर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने जुबानी हमला बोलते हुए कहा है की कांच और मणि के अंतर होता है. कांच चमक सकता है पर चमत्कार नहीं कर सकता. मन की बातें लॉजिकली ट्रिक के माध्यम से एक दो लोग बता देते हैं, तुक्का लग सकता है लेकिन यहां तो रोज हजारों लोगों के पर्चे बनते है और सभी के मन की बात पर्चे पर लिखी जाती है. जो एक्यूरेट 100 में 100 प्रतिशत होती है. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा की भारत के इतिहास में इतना किसी हिंदू धर्म को टारगेट नहीं किया जाता है, जितना हिंदू धर्म को टारगेट किया गया.
पर्ची पंडोखर सरकार ने पहले निकाली फिर आगे बागेश्वर धाम क्यों, जानिए पूरी दास्तां
उत्तराखंड दौरे पर बागेश्वर सरकार: बता दें कथावाचक पंडित धीरेंद्र शास्त्री देवभूमि उत्तराखंड दौरे पर गए हैं. जहां वे तीन दिन तक रुकेंगे, यह जानकारी खुद पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने ट्विटर पर वीडियो शेयर कर दी है. बागेश्वर धाम में होने वाले यज्ञ को लेकर वे सभी तीर्थ स्थानों के संतों को आमंत्रित कर रहे हैं. उन्होंने कहा देवभूमि उत्तराखंड में कई स्थानों पर ऋषि-मुनियों ने अनेक सालों तक तपस्या की, उनके पद चिन्हों का आशीर्वाद लेने वह उत्तराखंड आए हैं.