छतरपुर। जिले के गढ़ीमलहरा से लगे गौर गांव के अशोक चक्र विजेता गोविंद सिंह का निधन मंगलवार दोपहर 2:30 बजे हो गया था. जिसके बाद बुधवार सुबह राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार उनके गृह ग्राम गौर में किया गया.
अशोक चक्र विजेता गोविंद सिंह राजपूत के निधन की खबर लगते ही क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई. गोविंद सिंह बगैर मिलिट्री में रहते हुए अशोक चक्र पाने वाले देश के कुछ चुनिंदा हस्तियों में से थे. उन्हें उनकी वीरता के लिए भारत सरकार ने अशोक चक्र से नवाजा था. उनके गृह ग्राम गौर में पड़ी डकैती के दौरान वो डकैतों से आमने-सामने से मुकाबला करते थे और घायल होते हुए भी उन्होंने दो डकैतों को मार गिराया था, जिसके लिए देश के तात्कालिक राष्ट्रपति ने उन्हें अशोक चक्र से नवाजा था.
गोविंद सिंह प्रत्येक वर्ष राजपथ पर होने वाली परेड में भी हिस्सा रहते थे. गोविंद सिंह गढ़ीमलहरा क्षेत्र में भी अपने स्वभाव के लिए लोकप्रिय थे, उनका सरल स्वभाव और आम जनमानस के प्रति अपनत्व की भावना उन्हें श्रेष्ट बनाती थी.