छतरपुर। नौगांव थाना क्षेत्र अंतर्गत लुगासी चौकी के दौनी गांव में एक साल की बच्ची सूखे बोरवेल में गिर गई. (Girl Fell in Borewell in Madhya Pradesh) जानकारी लगते ही तहसीलदार सुनीता सुहानी, नौगांव थाना प्रभारी दीपक यादव सहित भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया. जानकारी के अनुसार, राजेश कुशवाहा का मकान खेत में है. जहां उसकी बेटी दिव्यांशी खेलते-खेलते खेत में बने बोर में जा गिरी. बच्ची के रेस्क्यू के लिए ग्वालियर से SDRF और फौजियों के एक दल को बुलाया गया, जिसने लंबी जद्दोज़हद के बाद बच्ची को सकुशल निकाल लिया.
बोर के अंदर से आई रोने की आवाज
परिजनों ने बताया कि, बच्ची खेलते-खेलते घर से दूर निकल गई. जब परिवार के लोग बच्ची को ढूंढ ही रहे थे, तो अचानक खेत में बने बोर के अंदर से दिव्यांशी की रोने की आवाज आने लगी. परिवार के लोगों ने पहले तो उसे बाहर निकालने का प्रयास किया. जब उन्हें लगा कि वह अपने प्रयास में असफल है, तो उन्होंने घटना की जानकारी पुलिस को दे दी. अनुमान लगाया जा रहा था कि जिस बोर में बच्ची गिरी है, उसकी गहराई 15 फीट है. लेकिन अब इस बोर की गहराई 80 फीट बताई जा रही है.
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मौके पर पहुंची एडीआरएफ की टीम
बोरवेल में फंसी बच्ची दिव्यांशी को सुरक्षित निकालने के लिए जिला प्रशासन ने स्टेट डिजास्टर इमरजेंसी रिस्पांस फोर्स (SDRF) के दल को ग्वालियर से बुलाया गया है. साथ ही होमगार्ड छतरपुर की टीम भी घटना स्थल पर पहुंच रही है. इसी के साथ ग्वालियर से फौजियों का दल भी रेस्क्यू के लिए मौके पर पहुंच चुका है. कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक भी रेस्क्यू कार्य का जायजा लेने मौके पर पहुंचे.
मौके पर पहुंचा प्रशासन, रेस्क्यू शुरू
बच्ची के बोरवेल में गिरने की जानकारी लगते ही स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुंच गया. तहसीलदार सुनीता सुहानी, नौगांव थाना प्रभारी दीपक यादव सहित भारी पुलिस बल मौके पर मौजूद है. रेस्क्यू टीम बच्ची को बाहर निकालने का प्रयास कर रही है. प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि दिव्यांशी को जल्द से जल्द बोरवेल से बाहर निकाल लिया जाएगा. फिलहाल दिव्यांशी सुरक्षित है. उसके रोने की आवाज बोरवेल से बाहर तक सुनाई दे रही है.
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फौज ने संभाला मोर्चा
बोरवेल में गिरी बच्ची का रेस्क्यू करने के लिए ग्वालियर से एसडीआरएफ के साथ फौजियों का एक दल भी बुलाना पड़ा. आशंका जताई जा रही है कि बच्ची लगभग 80 फीट निचे चली गई है. कैमरे की मदद से बच्ची की हालात का पता लगाया गया है. बच्ची अभी जिंदा है. प्रशासन दावा कर रहा है कि बच्ची को बचा लिया जाएगा.
मध्य प्रदेश में पहले भी हो चुकी है ऐसी घटनाएं
करीब तीन माह पहले उज्जैन जिला मुख्यालय से 8 किलोमीटर दूर रुईगढ़ा के जोगीखेड़ी के पास 5 साल की बच्ची बोरवेल में गिर गई थी. ग्रामीणों ने हेकड़ी की मदद से बच्ची को बोरवेल से बाहर निकाला और उसे अस्पताल लेकर गए थे. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था.