भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस ने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के खिलाफ चुनाव आयोग मे शिकायत दर्ज करायी है. कांग्रेस का आरोप है कि शिवपुरी में गुना लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार के नामांकन के दौरान ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों को गोपाल भार्गव ने धमकाते हुए कहा था कि इन सबके नाम नोट करो, तीन महीने बाद सरकार बनी, तब इनका हिसाब करेंगे.
कांग्रेस प्रवक्ता रवि सक्सेना का कहना है कि ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों को धमकी देना गलत होने के साथ ही आचार संहिता का उल्लंघन भी है. रवि सक्सेना के मुताबिक नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने शिवपुरी निर्वाचन कार्यालय में बयान दिया था कि 'जो कर्माचारी यहां तैनात हैं, इनके नाम नोट करो. तीन माह बाद जब हमारी सरकार आयेगी तब इनको देख लिया जाएगा'.
गोपाल भार्गव के इस बयान पर रवि सक्सेना का कहना है कि जो कर्मचारी चुनाव ड्यूटी में लगे हैं, उन्हें डराना-धमकाना संगीन अपराध है और आचार संहिता का उल्लंघन भी है. कांग्रेस चाहती है कि आयोग प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई करे. बीजेपी पर तंज कसते हुए रवि सक्सेना ने कहा कि कांग्रेस इस चुनाव को विकास का चुनाव बनाना चाहती है, जबकि बीजेपी और साध्वी प्रज्ञा इसे ध्रुवीकरण की तरफ ले जाना चाहते हैं.
रवि सक्सेना ने कहा कि बीजेपी को विकास की परिभाषा कभी समझ नहीं आयेगी क्योंकि बीजेपी हमेशा गोमाता, राम मंदिर के नाम पर चुनाव लड़ती आयी है. कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह ने भोपाल के विकास पर एक विजन डॉक्यूमेंट पेश किया है. अगर साध्वी प्रज्ञा भी ऐसा कुछ करें तो उनका स्वागत है.