भोपाल। लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी अपने इस्तीफे पर अड़े हुए हैं. सोमवार को हुई कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद भी कोई हल निकलता नजर नहीं आ रहा है. ऐसे में राहुल गांधी के बंगले के पास कांग्रेस कार्यकर्ता जुट गए हैं और उन्हें पद पर बने रहने के लिए मनाने की कोशिश कर रहे हैं.
मध्यप्रदेश कांग्रेस का कहना है कि राहुल गांधी देश की आवाज बनकर उभरे हैं और आज पूरा देश उनसे आवाज मिलाने के लिए लालायित है. राहुल गांधी को देश की आवाज स्वीकार करना चाहिए. लोकसभा चुनाव की अप्रत्याशित हार के बाद नेतृत्व के संकट से जूझ रही कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के बारे में जो खबरें मिल रही है उसके अनुसार राहुल गांधी पद पर बने रहने के लिए तैयार नहीं हैं.
सोमवार को कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री ने राहुल गांधी से मुलाकात की थी और उन्हें काफी मनाने की कोशिश की थी. लेकिन इस मुलाकात के बाद जिस तरह से मुख्यमंत्रियों के बयान आ रहे हैं. उससे लग रहा है कि राहुल गांधी अपनी जिद पर अड़े हुए हैं.
राहुल के परिश्रम को स्वीकार करना चाहिए
मध्यप्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता का कहना है कि आज सारा देश समझ रहा है कि राहुल गांधी ने अकेले दम पर पूरे देश की आवाज बनकर कर एक आंदोलन की तरह संघर्ष किया. राहुल गांधी समूचे देश की जनता की आवाज है, जिसको कुचला जा रहा है. आज राहुल गांधी खामोश है, पूरा देश खामोश है. एक तरफा बातें पूरे देश में चल रही हैं. भूपेंद्र गुप्ता का कहना है कि राहुल गांधी ने जो परिश्रम किया है, उसको स्वीकार करना चाहिए.