बुरहानपुर। बेगम मुमताज की आखिरी ख्वाहिश पूरी करने के लिए मुगल बादशाह शाहजहां ने ताजमहल (Taj Mahal) बनाकर अपनी बेगम को सादियों तक कायम रहने वाला प्यार का कीमती तोहफा दिया था, जो दुनिया के अजूबों में से एक है. अब बुरहानपुर के 'शाहजहां' ने अपनी पत्नी को 'ताज महल' गिफ्ट किया है.
जिसकी चर्चा दूर-दूर तक हो रही है. दरअसल जिले के शिक्षाविद आंनद प्रकाश चौकसे ने अपनी पत्नी मंजूषा चौकसे को ताजमहल जैसा 4 बेडरूम वाला घर तोहफे में दिया है. जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है.
4 बेडरूम वाला ताजमहल जैसा घर
बुरहानपुर के स्कूल संचालक आनंद प्रकाश चौकसे ने अपना घर बिल्कुल ताजमहल (Taj Mahal) की तरह बनवाया है. 3 सालों में बनकर तैयार हुए इस घर में 4 बेडरूम है. इसमें 2 बेडरूम नीचे और 2 बेडरूम ऊपर हैं. इसमें एक बड़ा हॉल, किचन, लाइब्रेरी और मेडिटेशन रूम भी है.
घर को इंडियन कंस्ट्रक्टिंग अल्ट्राटेक आउट स्टैंडिंग स्ट्रक्चर ऑफ मध्यप्रदेश का अवॉर्ड मिल चुका है. इसे आनंद चौकसे ने अपनी पत्नी मंजूषा चौकसे को गिफ्ट किया है.
पहले आगरा का ताजमहल देखा, फिर बुरहानपुर में बनवाया
घर को बनाने वाले इंजीनियर प्रवीण चौकसे ने बताया कि आनंद चौकसे अपनी पत्नी मंजूषा चौकसे के साथ ताजमहल को देखने के लिए आगरा पहुंचते थे. चौकसे दंपति ने वहां उसका बारीकी से अध्ययन किया और बुरहानपुर लौटकर इंजीनियरों से मुलाकात कर हूबहू ताजमहल जैसा ही घर बनाने पर चर्चा की.
जिसके बाद इंजीनियर प्रवीण चौकसे ने भी आगरा पहुंचकर ताजमहल की तकनीक और क्षेत्रफल का बारीकी से अवलोकन किया. बता दें कि बुरहानपुर में बनाए गए घर का क्षेत्रफल मीनार सहित 90X90 का है, बेसिक स्ट्रक्चर 60X60 का है, वहीं डोम 29 फीट ऊंचा रखा गया है. ताजमहल जैसे इस घर में एक बड़ा हॉल, 2 बेडरूम नीचे, 2 बेडरूम ऊपर है. एक किचन, एक लाइब्रेरी और एक मेडिटेशन रूम भी बनाया गया है.
खटकती थी बुरहानपुर में ताजमहल की कमी
उल्लेखनीय है कि मुगल शासक शाहजहां ने अपनी बेगम की याद में आगरा में ताजमहल(Taj Mahal) बनवाया था. हालांकि कहा जाता है कि ताजमहल पहले बुरहानपुर की ताप्ती नदी के किनारे बनाने की योजना थी, क्योंकि मुमताज महल ने चौदवीं संतान को जन्म देते समय बुरहानपुर के ऐतिहासिक शाही किले में ही में अंतिम सांस ली थी, जिसके बाद मुमताज महल का पार्थिव शरीर 6 महीने तक वहां के आहुखाना में सुरक्षित रखा गया था.
लेकिन तकनीकी व अन्य कारणों से यह ताजमहल बुरहानपुर की बजाए आगरा में बना. चौकसे बताते हैं कि उनके मन में इस बात की कसक थी कि बुरहानपुर में ताजमहल क्यों नहीं बन सका. लेकिन जब उन्हें मौका मिला तो उन्होने उनकी पत्नी मंजूषा को ताज महल की तरह ही यादगार घर बनाकर गिफ्ट देने की ठान ली.
ताजमहल जैसे घर के निर्माण में कई अड़चनें तो आई, बावजूद इसके आऩंद प्रकाश चौकसे के अटूट विश्वास और उनकी बेहतरीन तकनीकी टीम की मेहनत के कारण ताजमहल (Taj Mahal) जैसा आलिशान मकान बन सका.