बुरहानपुर। जिले के सिलमपुरा वार्ड में स्थित 109 साल पुराने प्राचीन श्री स्वामीनारायण मंदिर में छोटे कपड़े जैसे मिनी स्कर्ट, हाफ पैंट, बरमूडा, टॉप वेस्टर्न कपड़े पहनकर आने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है. यह प्रतिबंध केवल युवतियों व महिलाओं पर ही नहीं है बल्कि पुरुषों के लिए भी हैं. बाकायदा इसका सूचना बोर्ड मंदिर परिसर के सूचना पटल पर लगाया है, ताकि अमर्यादित कपड़े पहनकर आने वाले श्रद्धालु बोर्ड पर लिखा संदेश पढ़कर बाहर से ही दर्शन कर मंदिर प्रबंधन को सहयोग प्रदान करें. आमतौर पर इस तरह के प्रतिबंध लगाए जाने के बाद इसका विरोध दिखाई देता है, लेकिन श्री स्वामीनारायण मंदिर प्रबंधन के द्वारा लगाए गए प्रतिबंध का श्रद्धालुओं ने खुले मन से स्वागत किया है.
बुरहानपुर का इतिहास: देश का दिल यानी मध्य प्रदेश, इसका एक छोटा सा शहर बुरहानपुर है, जो प्राचीन काल में खानदेश की राजधानी हुआ करता था. प्राचीन काल से बुरहानपुर धार्मिक व दार्शनिक स्थलों के लिए जाना जाता है. यहां कई धार्मिक व दार्शनिक स्थल आज भी मौजूद हैं. इसमें से एक है स्वामीनारायण सम्प्रदाय का ऐतिहासिक प्राचीन श्री स्वामीनारायण मंदिर, जहां पर अधिक मास के अवसर पर मध्य प्रदेश ही नहीं बल्कि कई सीमावर्ती प्रदेशों सहित विदेशों से भी श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं, जिसके चलते इन दिनों मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है. मंदिर के पुजारी के मुताबिक श्री स्वामीनारायण मंदिर में भगवान लक्ष्मी नारायण की मूर्ति स्वयंभू है और इसके दर्शन मात्र से ही भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण होती हैं.
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श्री स्वामीनारायण मंदिर में दर्शन के लिए आईं भावना गांधी ने मंदिर प्रबंधन के इस आग्रह का खुले दिल से स्वागत किया है. श्रद्धालु भावना गांधी ने कहा कि "देशभर में सभी मंदिरों में भारतीय संस्कृति के अनुरूप वेशभूषा पहनकर ही श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं, हमें भी दर्शन व पूजन के लिए मर्यादित कपड़े पहनकर ही मंदिर में आना चाहिए."