बुरहानपुर। गुजरात के वडोदरा से ऐतिहासिक नगरी बुरहानपुर पहुंचे बाइक राइडर अख्तर पटेल ने ईटीवी भारत से खास चर्चा की. उन्होंने बताया कि 24 दिनों के भीतर 8 हजार 786 किमी बाइक चलाकर वह मुस्लिम धर्म का प्रतीक चिन्ह 786 बना चुके हैं. जिसके बाद अब अख्तर बाइक राइडिंग के जरिए ओम यात्रा पर निकले हैं.
अपने शौक को उन्होंने देश में अखंडता और एकता को स्थापित करने के लिए एक संकल्प लिया है. बाइक राइडर अख्तर पटेल मुंबई में सीसीटीवी कैमरे की शॉप चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं. अख्तर पटेल को घूमने-फिरने और साइकिल चलाने का शौक बचपन से ही है, लेकिन उनका यह शौक बाइक राइडिंग में बदल गया.
एकता और अखंडता स्थापित करने का लिया संकल्प
अख्तर ने व्यर्थ में बाइक चलाने की बजाए देश में एकता और अखंडता को स्थापित करने के लिए एक संकल्प लिया है. अख्तर ने हिंदू धर्म के प्रतीक ओम की यात्रा करने का निर्णय लिया है. इसके बाद अख्तर पटेल ने सिख और ईसाई धर्म के धार्मिक चिन्हों को भी जीपीएस की मदद से देशभर में बाइक राइडिंग के जरिए पूर्ण करने की बात कही है.
ये है अख्तर का सपना
अख्तर पटेल जिस शहर में पहुंचते हैं, वहां के ऐतिहासिक स्थलों की खोज कर उनका दीदार कर लौटते हैं. अख्तर ने हेलमेट में ही पानी की नली, एक छोटा कैमरा और ऑक्सीजन की व्यवस्था कर रखी है. इसी के साथ वे बाइक राइडिंग करते हैं. उन्होंने इस बाइक राइडिंग के लिए लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड के लिए भी अप्लाई किया था. इसके लिए उनसे बाइक राइडिंग के जरूरी कागजात मांगे गए हैं.
गुजरात के वडोदरा से शुरू हुई यात्रा
अख्तर पटेल ने बताया कि उन्होंने बीते 13 अक्टूबर से गुजरात के वडोदरा से यात्रा शुरू की है. 31 अक्टूबर को मध्यप्रदेश के मैहर में यात्रा समाप्त होगी. यात्रा पूरी करने के बाद सारे रिकॉर्ड लिम्का बुक ऑफ इंडिया में दर्ज कराने के लिए डॉक्यूमेंट मेल करेंगे.