बुरहानपुर। देश में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए दूसरी बार लॉकडाउन किया गया है. इस बीच किसानों की फसलों पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. किसानों के खेतों में प्याज तैयार हो गई है, लेकिन मंडी बंद होने की वजह से उसे घरों में ही रखना पड़ रहा है, इस दौरान गर्मी से बचाने के लिए उन्हें अनेकों जतन करने पड़ रहे हैं.
जिले की सभी मंडियां बंद हैं. जिससे किसान प्याज को मंडियों में नहीं बेच पा रहा है. बुरहानपुर जिले के लोनी के किसान राजेंद्र महाजन ने बताया कि, करीब चार सौ क्विंटल प्याज को धूप से बचाने के लिए ग्रीन मैट से ढककर रखाना पड़ा है. ताकि प्याज सड़ने ना लगे, अब उन्हें मंडी शुरू होने का इंतज़ार है. जिससे वो प्याज बेचकर मजदूरों का मेहनताना चुका सकें.
राजेंद्र महाजन ने बताया कि, उनके खेत में करीब चार सौ क्विंटल प्याज की उपज हुई है. लेकिन प्रदेश की मंडियां बंद होने के चलते उसे बेच नहीं पाए. प्याज की कीमत करीब छः लाख रुपए है. सरकार से उन्होंने किसानों के द्वारा बैंक से लिए गए कर्ज पर लगने वाले ब्याज को माफ करने की मांग की है, इसके अलावा किसानों के नुकसानी का सर्वे कराकर मुआवजा देने की भी मांग की है.