भोपाल। मौसम के करवट बदलते ही पिछले 24 घंटे के दौरान राजधानी समेत इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, होशंगाबाद, ग्वालियर, रीवा, सागर, शहडोल संभाग के जिलों में बारिश दर्ज की गई है. वहीं दूसरी ओर चंबल संभाग के जिलों का मौसम शुष्क रहा. हालांकि अगले 24 घंटे के लिए मौसम विभाग ने प्रदेश के कई जिलों में हल्की-फुल्की और मध्यम बारिश की संभावना जताई है.
मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटे में रीवा, शहडोल, इंदौर, होशंगाबाद, रतलाम, उज्जैन, देवास, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में गरज चमक के साथ बारिश हो सकती है, जिसके लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है.
इस समय मानसून ट्रफ लाइन की स्थिति को देखा जाए तो मानसून ट्रफ का पश्चिमी हिस्सा हिमालय के पास और पूर्वी हिस्सा बरेली, इलाहाबाद, अंबिकापुर, झारसुगड़ा सहित चांदबली से होते हुए पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक फैला हुआ है. इसके साथ ही पश्चिमी विक्षोभ मध्य क्षोभ मंडल की पछुआ पवनों के बीच एक ट्रफ के रूप में 68 डिग्री पूर्वी देशांतर के सहारे 32 डिग्री उत्तरी अक्षांश के उत्तर में 5.8 किलोमीटर की ऊंचाई पर धुरी बनाते हुए सक्रिय है. वहीं उत्तरी उड़ीसा के ऊपर समुद्र तल से 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई तक और उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश के ऊपर समुद्र तल से 0.9 किमी की ऊंचाई तक एक चक्रवातीय परिसंचरण है. कल पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दाब का क्षेत्र बनने की संभावना है, जो 21 सितंबर तक पश्चिमोत्तर बंगाल की खाड़ी में अधिक प्रभावशाली रहेगा. इस वक्त यह सब कारक मिलकर मध्यप्रदेश के मौसम को प्रभावित कर रहे हैं, जिसके चलते जबलपुर और सागर संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं, तो वहीं ग्वालियर, चंबल संभाग के जिलों का मौसम शुष्क बना रहेगा.
बहरहाल, शनिवार को पश्चिमी हिस्से के मंदसौर, ग्वालियर, दतिया और भिंड जिले सहित पूर्वी हिस्से के सतना, कटनी, निवाड़ी, टीकमगढ़ और छतरपुर जिले में सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई है. वहीं 13 जिलों में सामान्य से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है, जिनमें पश्चिमी मध्यप्रदेश के 11 जिले और पूर्वी मध्यप्रदेश के 2 जिले शामिल हैं. राजधानी के मौसम की बात करें, तो शनिवार को दिन तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई, जहां अगले 24 घंटे में शहर के कुछ हिस्सों में गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है.