भोपाल। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश के पर्यटन स्थलों का राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रचार-प्रसार करने के लिए सुनियोजित कार्य योजना बनाने और पर्यटन को प्रोत्साहित करने वाली एजेंसियों को भी इसमें शामिल करने को कहा है. मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित पर्यटन संचालक मंडल की बैठक में पर्यटन स्थलों को महिलाओं के लिए सुरक्षित बनाने के लिए एक कार्य योजना स्वीकृत की गई, जिससे लगभग पचास हजार बालिकाओं और महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने का लक्ष्य है.
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश पर्यटन के मामले में एक समृद्ध प्रदेश है. हमारे यहां विविध सांस्कृतिक परिदृश्य, वन, नेशनल पार्क के साथ बड़ी संख्या में हेरिटेज संपत्ति भी उपलब्ध हैं. वर्तमान में जिन राज्यों में पर्यटन समृद्ध है उसका कारण उनकी बेहतर मार्केटिंग है. आवश्यकता इस बात की है कि अपने प्रदेश की पर्यटन संपदा के प्रचार-प्रसार के लिए प्रभावी संसाधनों का इस्तेमाल करें.
सीएम कमलनाथ ने इसके लिए पर्यटन से जुड़ी विभिन्न राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय एजेंसी से टूर-ऑपरेटर, ट्रेवल एजेंट एवं होटल व्यवसाय से जुड़ी एजेंसियों से समन्वय स्थापित कर उनका उपयोग करने को कहा. मुख्यमंत्री ने हेरिटेज संपत्ति के विकास और प्रमोशन के लिए देश के विभिन्न शहरों में टूर्स एवं ट्रेवल्स मीट करवाने के निर्देश दिए.
पचमढ़ी में एयर स्ट्रीप का होगा विकास
सीएम कमलनाथ ने पचमढ़ी में एयर स्ट्रीप का विकास करने, नेशनल पार्क के बफर एरिया में कैंप साइट स्थापित करने को कहा. टूरिज्म बोर्ड में पर्यटन क्षेत्र से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों को भी शामिल करने को कहा. पर्यटन मंत्री सुरेन्द्र सिंह बघेल ने पर्यटन विकास निगम और बोर्ड में कार्यरत कर्मियों की समस्याओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराया. साथ ही जिला पर्यटन संवर्धन परिषद में राज्य एवं जिलास्तर पर समन्वय की दृष्टि से शासनस्तर पर दो समन्वयकों की नियुक्ति का सुझाव भी दिया.
महिलाओं के लिए सुरक्षित बनेंगे पर्यटन स्थल
पर्यटन स्थलों को 20 क्लस्टर में बांटाबोर्ड की बैठक में प्रदेश के पर्यटन स्थलों को महिलाओं के लिए सुरक्षित बनाने के लिए कार्य योजना को स्वीकृति दी गई. इसके अंतर्गत पर्यटन स्थलों को बीस कलस्टर में विभाजित कर प्रत्येक पचास पर्यटन स्थलों को शामिल किया जाएगा, जिनमें महिला पर्यटकों के अनुकूल वातावरण निर्माण, संबंधित जानकारी की सहज उपलब्धता एवं महिलाओं की सुरक्षा एवं सुविधा को ध्यान में रखते हुए अधोसंरचना में सुधार किया जाएगा.
पचास हजार महिलाओं एवं बालिकाओं को जोड़ने का लक्ष्य
इसमें पर्यटन स्थल की स्थानीय महिलाओं को और बालिकाओं को महिला पर्यटकों की सुरक्षा एवं सहयोग के लिए तैयार किया जाएगा. उन्हें आत्मरक्षा प्रशिक्षण एवं पर्यटन से जुड़ी सुविधाओं के समीप कार्य करने के लिए कौशल उन्नयन रोजगार एवं स्वरोजगार की दृष्टि से प्रशिक्षित किया जाएगा. इस योजना के जरिए पचास हजार महिलाओं एवं बालिकाओं को जोड़ने का लक्ष्य है.