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उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही संपन्न हुआ छठ महापर्व

भोपाल में छठ महापर्व खूब धूमधाम के साथ मनाया गया, घाटों पर व्रतियों ने उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया.

सूर्यदेव को अर्घ्य देने के साथ ही छठ संपन्न
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Published : Nov 3, 2019, 9:49 AM IST

Updated : Nov 3, 2019, 10:37 AM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में भी छठ महापर्व श्रद्धा-भक्ति के साथ मनाया गया. शनिवार को शुरू हुआ निर्जला व्रत रविवार को सुबह उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही संपन्न हो गया, छठ पूजा के दौरान विभिन्न घाटों पर व्रत धारी हाथ में पूजन सामग्री से सजे सूप लिए व्रत धारी कमर तक पानी में खड़े नजर आते हैं, जिसके बाद सूर्योदय के साथ ही सूर्यदेव को अर्घ्य दिया गया.

सूर्यदेव को अर्घ्य देने के साथ ही छठ संपन्न

शहर में छठ पूजा का आयोजन कई घाटों पर किया गया, इस दौरान घाटों पर भोजपुरी गायकों ने छठ के गीतों को अपनी आवाज दी. कई घाटों पर श्रद्धालु रात भर जमे रहे तो कई श्रद्धालु पूजा-अर्चना करने के बाद घर लौट गए. प्रातः काल फिर घाटों पर पहुंच कर पूजा-अर्चना की.

छठ पूजा के मौके पर शीतल दास की बगिया में 5000 इको फ्रेंडली दीपों का वितरण किया गया. ये दीपक गाय के गोबर, दलिया और दालों से बनाए गए हैं, जो जलने के बाद मछलियों के भोजन का काम करेंगे, कई समाजसेवियों ने छठ पूजा के अवसर पर स्वच्छता का संदेश दिया. भोपाल के संत नगर में भी छठ पूजा का उल्लास देखने को मिला.

भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में भी छठ महापर्व श्रद्धा-भक्ति के साथ मनाया गया. शनिवार को शुरू हुआ निर्जला व्रत रविवार को सुबह उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही संपन्न हो गया, छठ पूजा के दौरान विभिन्न घाटों पर व्रत धारी हाथ में पूजन सामग्री से सजे सूप लिए व्रत धारी कमर तक पानी में खड़े नजर आते हैं, जिसके बाद सूर्योदय के साथ ही सूर्यदेव को अर्घ्य दिया गया.

सूर्यदेव को अर्घ्य देने के साथ ही छठ संपन्न

शहर में छठ पूजा का आयोजन कई घाटों पर किया गया, इस दौरान घाटों पर भोजपुरी गायकों ने छठ के गीतों को अपनी आवाज दी. कई घाटों पर श्रद्धालु रात भर जमे रहे तो कई श्रद्धालु पूजा-अर्चना करने के बाद घर लौट गए. प्रातः काल फिर घाटों पर पहुंच कर पूजा-अर्चना की.

छठ पूजा के मौके पर शीतल दास की बगिया में 5000 इको फ्रेंडली दीपों का वितरण किया गया. ये दीपक गाय के गोबर, दलिया और दालों से बनाए गए हैं, जो जलने के बाद मछलियों के भोजन का काम करेंगे, कई समाजसेवियों ने छठ पूजा के अवसर पर स्वच्छता का संदेश दिया. भोपाल के संत नगर में भी छठ पूजा का उल्लास देखने को मिला.

Intro:सूर्यादय के साथ महिलाओ ने अर्ध्य देकर की निर्जला व्रत की समाप्ति ,परिवार के लिए मांगी सुख समृद्धि की कामना


भोपाल भोजपुरी समाज के लोगों ने छठ महापर्व श्रद्धा भक्ति के साथ मनाया शनिवार शाम शुरू हुआ निर्जला व्रत रविवार सुबह सूर्योदय के साथ संपन्न हुआ घाटों पर मौसमी फल करना पूजन सामग्री से सजी बांस की टोकरी और सूप लिए कमर तक पानी में खड़े व्रत धारी श्रद्धालुओं ने बादलों की ओट के बीच से उगते हुए सूर्य को अर्ध्य देकर आराधना कीBody:शहर में छठ पूजा का आयोजन कई जगह किया गया इस दौरान घाटों पर भोजपुरी लोकगीत की प्रस्तुतियां भी हुई गायक गायिकाओं ने रात भर समाज के लोगों का मनोरंजन किया कई घाटों पर श्रद्धालु रात भर जमे रहे तो वहीं कई श्रद्धालु पूजा-अर्चना करने के बाद घर लौट आए और प्रातः काल फिर घाटों पर पहुंच कर उन्होंने पूजा-अर्चना संपन्न कीConclusion:छठ पूजा के मौके पर शीतल दास की बगिया में 5000 इको फ्रेंडली दीपू को का वितरण किया गया यह दीपक गाय के गोबर दलिया और दालों से बनाए गए थे जो जलने के बाद मछलियों के भोजन का काम करेंगे वहीं कई समाजसेवी लोगों के द्वारा छठ पूजा के अवसर पर स्वच्छता का संदेश भी दिया गया राजधानी के संत नगर मैं भी छठ पूजा का उल्लास देखने को मिला यहां पर भी भोजपुरी समाज के लोगों के द्वारा सूर्योदय के साथ व्रत का परायण किया गया


रविवार प्रातः सूर्योदय होते ही छठ पूजा महोत्सव पर घाटों पर कमर तक पानी में खड़े होकर व्रत धारियों ने सूर्य मंत्र के जयघोष के साथ उदय हो रहे सूर्य को अर्ध्य दिया महिलाओं ने इसके बाद अपने निर्जला व्रत को प्रसादी खाकर संपन्न किया

छठ पूजा के दौरान विभिन्न घाटों पर व्रत धारी हाथ में पूजन सामग्री से सजी टोकरी और उस उपालेकर श्रद्धा भाव से पूजा करते हुए दिखाई दे रहे थे सूर्यदेव को निहार कर मनुहार करते यह श्रद्धालु व्रत परायण के बाद बेहद प्रसन्न नजर आ रहे थे इस अवसर पर समाज के लोगों ने भी एक दूसरे की सुख समृद्धि के लिए ईश्वर से प्रार्थना की इस दौरान सुहागिन महिलाओं ने भी अपने पति की दीर्घायु की कामना करते हुए व्रत का परायण किया
Last Updated : Nov 3, 2019, 10:37 AM IST
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