भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस को शिवराज कैबिनेट की आखिरी बैठक में विदाई दे दी गई. बैठक में प्रदेश की प्रभारी मुख्य सचिव वीरा राणा के अलावा कई सीनियर अधिकारी मौजूद थे. इकबाल सिंह के सरकारी नौकरी के 38 सालों के कार्यकाल को याद करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि "मुख्य सचिव के रूप में बैंस ने अपने कर्तव्य परायणता और प्रशासनिक मुखिया के रूप में एक मिसाल पेश की है. उनकी प्रशासनिक कार्य कुशलता दूसरे आईएएस अधिकारियों के लिए प्रेरणा है".
अपने लिए जिए तो क्या जिए... : शिवराज सिंह ने कहा कि "अपने लिए जिए तो क्या जिए... समाज और देश के लिए जीना चाहिए यह बैस ने कर दिखाया है. उन्हें जो काम सौंपा गया उन्होंने उसे बिना दबाव के पूरा किया. वह बेहतर टास्क मास्टर रहे हैं. बैठक में नवागत मुख्य सचिव वीरा राणा का भी स्वागत किया गया.
इकबाल सिंह बोले आगे भी सक्रिय रहूंगा: बैठक में इकबाल सिंह बैंस ने कहा कि यह एक पड़ाव था कोई अंत नहीं. काम लगातार करते रहेंगे सक्रियता बनी रहेगी. उन्होंने आनंद विभाग को अपने कार्यकाल की सबसे बड़ी उपलब्धि बताया. इकबाल सिंह बैस 25 मार्च 2020 को प्रदेश के मुख्य सचिव बने थे. वे मुख्य सचिव के पद पर 3 साल 8 महीने से ज्यादा वक्त तक रहे हैं. बैठक में सभी विभागों के अतिरिक्त मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव और सीनियर आईएएस मौजूद रहे. अधिकारियों ने मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस के कार्यकाल को याद किया. अतिरिक्त मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान ने बैस का आभार व्यक्त किया.
वीरा राणा प्रदेश की दूसरी महिला मुख्य सचिव: इकबाल सिंह बैंस के सेवानिवृत्त होने के बाद 1988 बैच की आईएएस अधिकारी वीरा राणा को प्रदेश के मुख्य सचिव का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है. मुख्य सचिव पद की जिम्मेदारी संभालने के मामले में वीरा राणा पूर्व मुख्य सचिव निर्मिला बुच के बाद मध्य प्रदेश की दूसरी महिला मुख्य सचिव हैं. वीरा राणा का कार्यकाल मार्च 2024 तक है. हालांकि, नई सरकार के गठन के बाद तय होगा कि वह लगातार मुख्य सचिव के पद पर रहेंगी या कोई दूसरा अधिकारी मुख्य सचिव बनेगा.