भोपाल। चक्रवाती तूफान ताऊ ते और यास के कारण इस बार प्रदेश में निर्धारित समय से पहले मानसून का आगमन होने जा रहा है. ऐसे में राज्य के कई जिलों में हो रही बेमौसम बारिश ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. बारिश ने मूंग की फसल के लिए खतरा पैदा कर दिया है. बैतूल जिले में फसल अभी खेत में तैयार हो रही है. ऐसे में फसल के तैयार होते ही बारिश का संकट किसानों के ऊपर मंडरा रहा है. वहीं नरसिंहपुर में फसल पककर तैयार हो चुकी है. यहां, नुकसान होने की आशंका अधिक है. ऐसे में अगर निर्धारित समय से पहले मानसून आता है तब, किसानों की मुश्किलें काफी बढ़ जाएंगी.
फसल के नुकसान का कराया जाएगा आकलन
राहत की बाते ये है कि तेज बारिश और आंधी से खराब हुई मूंग सहित अन्य फसलों के नुकसान का आकलन कराया जाएगा. राजस्व और कृषि विभाग के मैदानी अधिकारी-कर्मचारी क्षति का आकलन करने के बाद सरकार को रिपोर्ट सौंपेंगे, जिसके अनुसार ही राहत देने का निर्णय लिया जाएगाा. वहीं, किसानों को मूंग का समर्थन मूल्य दिलाने के लिए सरकार जल्द ही न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद करने जा रही है. केंद्र सरकार के द्वारा प्रदेश सरकार को 34020 मीट्रिक टन मूंग खरीदी के आदेश जारी कर दिए गए हैं.
एमपी सरकार को केंद्र से मूंग खरीदने की मिली स्वीकृति, जल्द शुरू होंगे खरीदी के लिए पंजीयन
इस साल फसल का समर्थन मूल्य क्या रहेगा
राज्य में इस बार छह लाख 56 हजार हेक्टेयर में मूंग की फसल बोई गई है. इसमें अधिकांश फसल हरदा, होशंगाबाद और नरसिंहपुर जिले में है. इसके अलावा रायसेन, विदिशा और सीहोर में भी किसानों ने मूंग की खेती की है. कृषि मंत्री कमल पटेल का कहना है कि इस बार मूंग की फसल अच्छी है. मंत्री ने इस बाद उत्पादन अधिक रहने की उम्मीद जताई है. मंत्री पटेल ने कहा कि सरकार किसानों के साथ है. उन्होंने बताया कि फिलहाल, बारिश से अभी तक नुकसान की सूचना नहीं है. यदि कहीं नुकसान हुआ है तो उसका आकलन होगा. मंत्री ने बताया कि इस बार पंजीकृत किसानों से 7,196 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से मूंग खरीदी की जाएगी.