भोपाल। रेलवे की नौकरी लगाने वाले दो ठगों को बजरिया पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. इन दोनों आरोपियों ने 2000 लोगों को नौकरी का झांसा देकर लगभग 15 करोड़ रुपये ठग लिए. सुधीर दौरे नाम के आरोपी ने लोगों से स्टेशन मास्टर की नौकरी के लिए 25 लाख रुपये, तो वहीं रेलवे टिकट कलेक्टर की नौकरी के लिए 15 लाख रुपए लिए थे.
पुलिस ने आरोपियों के पास से फर्जी दस्तावेज, जॉब वैकेंसी लिस्ट, सील, साइन, जॉइनिंग लेटर, आईडी कार्ड बरामद किए हैं. साथ ही पुलिस ने महिंद्रा गाड़ी रेनॉल्ट डस्टर जब्त की है. इस मामले में फरियादी कपड़ा व्यापारी गोपाल सिंह ठाकुर ने बताया कि नौकरी का लालच देकर लगभग साढ़े 17 लाख रुपए लिए थे और उसे 2 महीने की फर्जी ट्रेनिंग भी दी थी, जिसके चलते उसे 2 महीने की सैलरी भी दी गई थी. ये लोग रेलवे के कागज पोस्ट कर घर से चुरा लेते थे, जो बिलकुल ओरिजिनल लगते थे, जिसके चलते लोग झांसे में आ जाते थे.
जानकारी के मुताबिक आरोपी सुधीर दोहरे 1997 तक पुलिस की नौकरी करता था. वो भुसावल रेलवे स्टेशन पर ट्रेनिंग देने का काम करता था. लोगों को 2 महीने की ट्रेनिंग देता था. कहा जा रहा है कि चार्ल्स शोभराज सुधीर दोहरे ने हजारों लोगों से ठगी करने के बाद भोपाल में लगभग 7 मकान किराए से बदल चुके हैं.